scorecardresearch
 

तीस हजारी घटना पर दिल्ली पुलिस की अपील- चश्मदीद आएं सामने

दिल्ली पुलिस ने तीस हजारी कोर्ट मामले में आम जनता से मदद मांगी है. दिल्ली पुलिस की एसआईटी ने लोगों से अपील की है कि घटना का कोई भी चश्मदीद हो वो सामने आए.

Advertisement
X
तीस हजारी कोर्ट में वकीलों-पुसिस की भिड़ंत (फाइल फोटो)
तीस हजारी कोर्ट में वकीलों-पुसिस की भिड़ंत (फाइल फोटो)

Advertisement

  • पुलिस ने आम लोगों से की अपील- चश्मदीदों को सामने आने को कहा
  • SIT ने मजबूत सबूत 7 दिन के अंदर सौंपने को कहा

दिल्ली पुलिस ने तीस हजारी कोर्ट मामले में आम जनता से मदद मांगी है. दिल्ली पुलिस की एसआईटी ने लोगों से अपील की है कि घटना का कोई भी चश्मदीद हो वो सामने आए. एसआईटी की अपील के मुताबिक, जो भी घटना के बारे में जानता है वो सामने आकर बयान दर्ज कराए और अपने मजबूत सबूत 7 दिन के अंदर SIT को सौंपे.

बता दें कि दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकीलों के बीच हिंसक झड़प हुई. मामला इतना बढ़ा गया था कि पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी थी. वहीं गुस्साए वकीलों ने पुलिस जीप के साथ-साथ कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. वकीलों ने कोर्ट परिसर में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की. इस झड़प में वकीलों ने कई पुलिस वालों के साथ भी मारपीट की.

Advertisement

notice_111119111038.png

दरअसल, घटना की शुरुआत तीस हजारी कोर्ट के लॉकअप से हुई, जब एक वकील को थर्ड बटालियन के पुलिसकर्मी ने अंदर जाने से रोका. इसके बाद कहासुनी और गहमागहमी के बाद विवाद बढ़ता चला गया. जानकारी के मुताबिक, वकील को गोली लगी जो पुलिस द्वारा चलाई गई थी.

तीस हजारी में शुरू हुई वकीलों और पुलिस की जंग देश के अन्य शहरों में भी हुई. मामला इतना बढ़ गया कि दिल्ली पुलिस के जवान इंसाफ मांगने के लिए सड़क पर उतर आए. जवानों ने पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था और आखिर में पुलिस अधिकारियों से मिले आश्वासन के बाद धरने के खत्म किया था.

Advertisement
Advertisement