दिल्ली पुलिस ने तीन ऐसे शातिर लुटेरों को गिरफ्तार किया जो दिल्ली के तमाम इलाकों में कार लेकर अपने शिकार की तलाश में घूमते थे. इनके निशाने पर वो लोग होते जो बैग लेकर अकेले रेलवे स्टेशन जा रहे होते थे.
पुलिस के मुताबिक, ऐसे लोगों की तलाश में ये लोग दिल्ली के तमाम बस स्टैंडों या फिर धौला कुआं जैसे इलाकों में घूमते फिर किसी ऐसे शख्स की तलाश करते जिसे रेलवे स्टेशन जाना होता था. ये लोग उस शख्स से कम रुपयों में जल्द पहुंचाने की बात करते थे, जब सामने वाला तैयार हो जाता तो उसे गाड़ी में बैठाने के बाद किसी सुनसान जगह पर ले जाकर लूट की वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते थे.
एक सवारी का चालीस रुपये
पुलिस ने इस गैंग के तीन बदमाश- सतेंद्र, सुनील और राहुल को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक, एक शख्स ने दिल्ली के सनलाइट कॉलोनी इलाके में शिकायत दी कि वो महारानी बाग के बस स्टैंड पर खड़ा था, तभी उसके पास एक सफेद रंग की स्विफ्ट डियाजर कार आकर रुकी. कार में ड्राइविंग सीट पर बैठा शख्स उतरा और पीड़ित के पास पहुंचकर बोला कि वो नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जा रहा है, एक सवारी का सिर्फ चालीस रुपये लेगा और तुरंत पहुंचा देगा.
पीड़ित को इसमें कोई गड़बड़ी नहीं लगी और वो तुरंत कार में बैठ गया. उसे लगा कि बाकी के दो लोग भी यात्री हैं, लेकिन कार रेलवे स्टेशन जाने की बजाय सुनसान इलाके आर्क बिशप रोड पर पहुंच गई और वहां जाकर तीनों मिल गए. वहां उस शख्स का सारा पैसा, घड़ी और मोबाइल लूट लिया और इतना ही नहीं उसके एटीएम से 6 हजार कैश भी निकाल लिया.
तीनों लुटेरे गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस को पता लगा कि पूर्वी दिल्ली के त्रिलोक पुरी इलाके का एक गैंग है जो जल्द ही जेल से छूटा है और वो सफेद रंग की स्विफ्ट कार में घूमता है.
इसके बाद पुलिस ने इन तीनों को 31 अगस्त की रात को उस वक्त गिरफ्तार कर लिया जब ये एक बार फिर से महारानी बाग इलाके में शिकार की तलाश में घूम रहे थे. पुलिस का कहना है कि उनके पास कम से कम 9 ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिसे इन तीनों ने अंजाम दिया है.