दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कार से बैटरी चुराने वाले एक गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस के मुताबिक ये गैंग पिछले 15 महीनों में 5000 से ज्यादा कार की बैटरियां चोरी कर चुका है. पुलिस ने इस गैंग के 3 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. फिलहाल इनके पास से चोरी की 55 बैटरियां बरामद हुई हैं. पुलिस के पास इस गैंग की कई सीसीटीवी तस्वीरें और वीडियो मौजूद थे. इन्ही तस्वीरों की मदद से पुलिस इन तक पहुंची.
सीसीटीवी देखने से पता चलता है कि ये लोग बैटरी चोरी करने मे बेहद शातिर और माहिर थे. बैटरी चोरी में इनकी हाथ की सफाई का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ये लोग महज 30 सेकेंड में कार का बोनट खोल कर बैटरी निकाल लेते थे. इस गैंग ने 15 दिसंबर को साउथ दिल्ली में एक ही रात में 90 गाड़ियों की बैटरियों पर हाथ साफ कर दिया था. एक ही रात में हुई चोरी की इतनी बड़ी वारदात के बाद इस गैंग को पकड़ने की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच को दी गई थी.
पुलिस ने जब जांच शुरू की तो सबसे पहले उन चोरों की लिस्ट बनाई जो इस तरह की चोरी में पहले भी शामिल रहे हैं. जांच के दौरान पुलिस को एक ऐसे गैंग की जानकारी मिली जो कि चोरी की कार बैटरी को ठिकाने लगाने का काम करता था. पुलिस ने इस गैंग पर निगरानी शुरू किया, इसी बीच पुलिस को मुखबिर ने बताया की कुछ बैटरी चोर एक कार में दिल्ली के सनलाइट कॉलोनी में आने वाले हैं. पुलिस ने जब कार को रोककर उसकी तलाशी तो कार में से चोरी की 55 बैटरियां मिली.
पुलिस की गिरफ्त में आए चोरों के नाम शहजाद, जुबैर और गुल मोहम्मद हैं. इस गैंग का सरगना शहजाद था. शहजाद ही चोरी की बैटरियों को ठिकाने लगाता था. पूछताछ में चोरों ने पुलिस को बताया कि ये सबसे पहले उस इलाके की रेकी करते हैं, जहां कार बाहर खड़ी होती है, साथ ही वे इस बात का ध्यान रखते हैं कि ऐसे पार्किंग स्थल पर और सुरक्षाकर्मी भी मौजूद ना हो. इसके बाद 3 बदमाश कार से घटनास्थल पर पहुंचते हैं. एक शख्स कार में ही बैठा रहता था, जबकि दूसरा डंडा लेकर पहरेदार बन जाता, जबकि तीसरा जो की चोरी में मास्टर होता वो कारों से बैटरी चोरी करता.