दिल्ली के फतेहपुर बेरी इलाके में टैंकर से पानी की अवैध सप्लाई करने वाले माफियाओं का काला कारनामा कवर करने पहुंचे 'आजतक' के पत्रकार के साथ हुई मारपीट के मामले में दिल्ली पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. हालांकि पुलिस अब भी फॉर्महाउसों के अंदर पानी सप्लाई की अवैध गतिविधियों से इनकार कर रही है.
दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर दीपेंद्र पाठक ने बताया कि इस मामले में कार्रवाई की जा रही है और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. मामले की जांच की जा रही है.
हालांकि जब उनसे पूछा गया कि फतेहपुर बेरी इलाके में तमाम फार्महाउसों में अवैध गतिविधियां चल रही हैं, तो इससे उन्होंने इनकार किया. स्पेशल कमिश्नर से जब पूछा गया कि आम आदमी पार्टी कह रही है कि उन्होंने कई बार अवैध गतिविधियों के बारे में पुलिस को बताया, लेकिन पुलिस ने फोर्स नहीं होने का हवाला देकर कन्नी काट ली, तो इस पर उनका कहना था कि यह बात गलत है.
बता दें कि दिल्ली में हर साल गर्मियों में पानी की किल्लत होते ही टैंकर माफिया सक्रिय हो जाते हैं, जिसकी पड़ताल के लिए 'आजतक' की टीम बीते रविवार को साउथ दिल्ली के फतेहपुर बेरी गांव पहुंची. जहां ये देखने को मिला कि कैसे फर्म हाउस की आड़ में टैंकर माफिया जमीन से पानी निकालकर उसका कारोबार कर रहे हैं.
टैंकर माफियाओं द्वारा पानी को दिल्ली के कई इलाकों में सप्लाई किया जा रहा है. पानी की किल्लत से जूझ रहे लोगों के लिए पानी के टैंकर की कीमत 1800 रुपये से लेकर कई हजार रुपये तक है. इसके साथ ही ये पानी माफिया दिल्ली के होटलों में भी पानी सप्लाई करते हैं. इस इलाके में ग्राउंड वाटर लगातार कम होता जा रहा है.
'आजतक' की टीम ने जब माफिया को अपने कैमरे में कैद किया तो पता चला कि छतरपुर के फर्म हाउस में इस तरह का कारोबार हो रहा है. गांव में खेती के नाम पर बोरवेल लगाकर टैंकर माफिया सरकार और पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे दिल्ली में राज कर रहे हैं.
आजतक के फोटोग्राफर कैमरे में टैंकर माफिया के कारोबार को कैद कर रही रहे थे कि टैंकर माफिया के गुर्गों ने पहले तो बदसलूकी की और फिर आजतक के पत्रकार पर हमला कर दिया. साथ ही यह धमकी भी दी कि हम इस इलाके के विधायक से लेकर सबकुछ हैं. टैंकर माफिया ने कहा कि निगम पार्षद से लेकर संसद तक हमारी बात है. कोई हमारा कुछ नहीं कर सकता.
हालांकि 'आजतक' की टीम के साथ हुई बदसलूकी पर इलाके के निगम पार्षद ने फ़ोन पर माफी मांगी. बता दें कि जिस फर्म हाउस से पानी भरा जा रहा था वो इलाके के निगम पार्षद का ही है.