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दिल्लीः नकली विजिलेंस ऑफिसर बन करते थे ठगी, ऐसे हुआ गैंग का भंडाफोड़

ठगों ने शिकायतकर्ता से तीन लाख रुपये की मांग की. सवाल पूछने पर उनके साथ मारपीट की गई. जिसके बाद नकली अफसरों ने पीड़ित के तीन एटीएम कार्ड और उनके पिन जांच की बात कहकर ले लिए.

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नकली विजिलेंस ऑफिसर बनकर करते थे ठगी
नकली विजिलेंस ऑफिसर बनकर करते थे ठगी

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दिल्ली पुलिस ने नकली विजिलेंस ऑफिसर बनकर ठगी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में 3 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है. ठगी की शिकायत के बाद पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश किया. गिरोह के फरार तीन सदस्यों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है.

मामला दिल्ली के महरौली इलाके का है. शिकायतकर्ता यहां एक कॉल सेंटर चलाता है. शिकायत के अनुसार, बीते 4 जुलाई को कुछ लोग विजिलेंस ऑफिसर बनकर कॉल सेंटर पहुंचे. उन्होंने शिकायतकर्ता को धमकाते हुए ऑफिस के दस्तावेज मांगे. इस दौरान उन्होंने ऑफिस में मौजूद लोगों के मोबाइल जब्त कर लिए.

आरोप है कि उन्होंने शिकायतकर्ता से तीन लाख रुपये की मांग की. सवाल पूछने पर उनके साथ मारपीट की गई. जिसके बाद नकली अफसरों ने पीड़ित के तीन एटीएम कार्ड और उनके पिन जांच की बात कहकर ले लिए. उसी समय एक ठग तीनों एटीएम कार्ड से हजारों रुपये निकाल लाया.

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ठगों ने इंटरनेट के जरिए 48 हजार रुपये अपने अकाउंट में भी ट्रांसफर किए. इसके बाद आरोपी 11 मोबाइल, एक लैपटॉप लेकर वहां से निकल गए. पीड़ित को जब ठगी का एहसास हुआ तो वह पुलिस के पास पहुंचा. जांच शुरू की गई तो पता चला कि एक आरोपी पहले इसी कॉल सेंटर में काम कर चुका है.

फिलहाल पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. तीनों की पहचान पवन, जतिन और योगेश के रूप में की गई है. गिरोह का मास्टरमाइंड हितेंद्र और अन्य दो अभी फरार हैं. सभी आरोपी कॉल सेंटर में काम करते हुए दोस्त बने थे. पुलिस की एक टीम फरार ठगों की तलाश में जुटी है.

 

 

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