दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने हाईवे पर लिफ्ट देने के बहाने लूटपाट और हत्या जैसे संगीन वारदातों को अंजाम देने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया हैं, जिसमें एक महिला और एक दिव्यांग भी शामिल है.
पुलिस का दावा है कि पांचों बदमाशों की गिरफ्तारी के साथ ही लूट और हत्या के कई मामले भी सुलझा लिए गए हैं. पुलिस अब गिरोह के सदस्यों से पूछताछ कर रही है कि उन्होंने किन-किन वारदातों को अंजाम दिया है.
पुलिस ने बताया कि गिरोह का सरगना अन्ना नाम का शख्स है, जिस पर दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं. गिरोह के दिव्यांग सदस्य बिट्टू को देखकर किसी के भी मन में दया जाग सकती है, लेकिन यह गिरोह का सबसे खतरनाक शख्स है. पुलिस ने बताया कि अकेले बिट्टू पर ही सैकड़ों आपराधिक मामले दर्ज हैं.
पुलिस ने बताया कि इस गिरोह के सदस्य किसी परिवार की तरह हाईवे पर कार में सफर करते थे और शिकार को चिह्नित कर उसे लिफ्ट की पेशकश देते. कार में महिला जहां आगे की सीट पर बैठी होती, वहीं पीछे की सीट पर एक दिव्यांग व्यक्ति को देखकर कोई भी इनके झांसे में आ जाता.
ऐसे में लोगों को लगता कि लिफ्ट देने वाला शख्स सही है. लेकिन जैसे ही कोई राहगीर इनके जाल में फंसकर इनकी कार में बैठता थोड़ी देर बाद ही मौका देख हाईवे पर ये लूट की वारदात को अंजाम दे देते.
इतना ही नहीं, लूट के वक्त कोई अगर विरोध करता तो ये उसका क़त्ल करने से भी नहीं चूकते थे. दिल्ली पुलिस की मानें तो यह गैंग लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए चोरी की गाड़ी का इस्तेमाल करता था और एक गाड़ी का इस्तेमाल 2 से 3 वारदातों में ही इस्तेमाल करता था.
दिल्ली पुलिस का दावा है कि गिरोह की गिरफ्तारी के बाद कई अन्य मामलों को भी सुलझाया गया है. पुलिस ने बताया कि साहिबाबाद में हाईवे के किनारे मिली एक डेड बॉडी का अनसुलझा मामला भी सुलझ गया है. सख्ती से पूछताछ में गिरोह के सदस्यों ने स्वीकार किया कि उन्होंने ही उस व्यक्ति को लूटकर मौत के घाट उतार दिया था.
कई वारदातों में ये पीड़ित के साथ इस कदर मारपीट करते थे कि वह कुछ बताने की स्थिति में ही नहीं रहता था. साथ ही साथ ये राह चलते कार सवारों को भी अपना निशाना बनाते थे.यह गिरोह किसी बहाने से कार को हाथ देकर रोकते, फिर कार पर हमला कर कार सहित पीड़ित का कीमती सामान लेकर रफूचक्कर हो जाते. इसके बाद लूटी हुई इस कार का नंबर बदल कर लिफ्ट देने के बहाने लोगों से लूटपाट की वारदात को अंजाम देते.