दिल्ली पुलिस ने कार चोरी करने वाले एक शातिर गैंग का भंडाफोड़ करने में कामयाबी हासिल की है. पुलिस के मुताबिक, यह 35 से 40 लोगों का गैंग है, जो बीते 10 वर्षों से सक्रिय था. पुलिस ने बताया कि यह गैंग इतना शातिर है कि पिछले 10 साल में दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पंजाब से करीब 1,000 गाड़ियों पर हाथ साफ कर चुका है.
पुलिस ने गैंग के सरगना सुबोध और उसके एक साथी विपिन को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है और गैंग के अन्य सदस्यों की जानकारी उगलवाने की कोशिश कर रही है. पूछताछ में पता चला कि सुबोध का गैंग एटीएम लूट को भी अंजाम दे चुका है.
पुलिस ने बताया कि गैंग का सरगना सुबोध बेहद शातिर अपराधी है. सुबोध कितना शातिर है, इसका अंदाजा पुलिस को उस वक्त लगा जब इसके पास से जैमर बरामद किया गया. पुलिस के मुताबिक सुबोध ने यह जैमर ऑनलाइन खऱीदा था.
सुबोध जैमर का इस्तेमाल उस वक्त करता जब वह गाड़ी चोरी करने जाता या उस वक्त जब अंजान शख्स इसके पास चोरी की गाड़ी खरीदने आता. सुबोध कभी किसी पर विश्वास नहीं करता था. गैंग के अन्य सदस्यों से मिलते वक्त भी वह जैमर लगा देता था ताकि गैंग का कोई भी आदमी किसी से बात न कर सके.
सुबोध ने आगरा से आगे एक होटल खोल रखा है. वह अक्सर गैंग की मीटिंग वहीं करता था. पुलिस के मुताबिक चोरी की गाड़ियों को ये शातिर लुटेरे या तो काटकर उसके पार्ट बेच देते थे या फिर नेपाल या फिर उत्तर पूर्वी राज्यों में बेच देते थे.
सुबोध के साथ पकड़े गए उसके साथी विपिन की मोहाली के पास मोटर पार्ट्स की दुकान है. पुलिस को शक है कि चोरी के सारे पार्ट्स यहीं से बेच दिए जाते थे. पुलिस दोनों से पूछताछ कर यह जानने की कोशिश कर रही है यह गैंग अब तक और कितनी वारदातों को अंजाम दे चुका है.
पूछताछ में पुलिस को पता चला कि सुबोध ने अपने साथियों के साथ मिलकर साल 2011 में जयपुर में एक एटीएम को उखाड़ लिया था. एटीएम को उखाड़ कर वे उसे कार में रखकर उत्तर प्रदेश ले गए थे. वहां एटीएम से पैसे निकालने बाद इन्होंने एटीएम को नदी में फेंक दिया था.