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असली चेक की कॉपी बनाकर लूटे 95 लाख, बैंक मैनेजर समेत 4 अरेस्ट

दिल्ली पुलिस ने असली चेक से धोखाधड़ी करने वाले एक इंटरस्टेट गैंग का खुलासा किया है. आरोपी चेकबुक पर पाउडर और मैग्नेटिक इंक का इस्तेमाल करते हुए डुप्लीकेट चेक के जरिए लोगों की गाढ़ी कमाई लूट रहे थे. पुलिस ने एक बैंक मैनेजर समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों से पूछताछ जारी है.

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पुलिस ने बैंक मैनेजर समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है
पुलिस ने बैंक मैनेजर समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है

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दिल्ली पुलिस ने असली चेक से धोखाधड़ी करने वाले एक इंटरस्टेट गैंग का खुलासा किया है. आरोपी चेकबुक पर पाउडर और मैग्नेटिक इंक का इस्तेमाल करते हुए डुप्लीकेट चेक के जरिए लोगों की गाढ़ी कमाई लूट रहे थे. पुलिस ने एक बैंक मैनेजर समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों से पूछताछ जारी है.

मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली में एनजीओ चलाने वाले एक शख्स ने 12 मार्च को पुलिस को शिकायत दी कि गुलमोहर पार्क के पीएनबी के उनके खाते से उनकी जानकारी के बगैर चेक के जरिए 95 लाख रुपये किसी अन्य खाते में ट्रांसफर किए गए हैं. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की.

जांच में पता चला कि पैसे कुरुक्षेत्र इलाके के एक पीएनबी अकाउंट में ट्रांसफर किए गए थे. अकाउंट होल्डर अमरदीप सिंह से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि राजीव गुप्ता उर्फ गौरव कुमार गोयल नामक एक शख्स ने उसे यह चेक दिया था. चेक के कैश होते ही उसे 30 लाख रुपये देने की बात कही गई थी.

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जिसके बाद पुलिस बड़ी ही सावधानी से केस की तफ्तीश करते हुए गैंग के अन्य सदस्यों तक जा पहुंची. गैंग का मास्टरमाइंड चिराग चौधरी 17 मार्च को यूएस भाग चुका है. वहीं गैंग के चार सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़ गए. फरार मास्टरमाइंड चिराग चौधरी पहले करोलबाग में रेस्टोरेंट चलाता था. उसके पिता चार्टेड अकाउंटेंट हैं.

पिता की वजह से चिराग कई बैंक कर्मचारियों को जानता था. पुलिस कानूनी सलाह-मशवरा लेते हुए चिराग का लुकआउट नोटिस तैयार करवा रही है. एक आरोपी सानू ठाकुर ने बताया कि वह लोग दूसरे अकाउंट होल्डर्स के चेक को मैग्नेटिक इंक, पाउडर, सर्जिकल ब्लेड आदि का इस्तेमाल कर उसका नंबर बदल दिया करते थे.

सानू ठाकुर फर्जी सिग्नेचर करने में माहिर है. जांच के दौरान पुलिस खानपुर पीएनबी बैंक के मैनेजर प्रीतम दास तक पहुंच गई. खुलासा हुआ कि प्रीतम दास ही चिराग को उन खातों की जानकारी देता था, जिनमें ज्यादा कैश होता था. साथ ही वह चिराग को खाते से जुड़ी हर डिटेल भी देता था. पुलिस को इनके पास से कई बैंकों की चेक बुक, 17 अकाउंट होल्डर के चेक और अकाउंट नंबर मिले हैं.

पुलिस ने बताया कि गौरव कुमार गोयल पर गुजरात में ऐसे ही दो केस दर्ज हैं. सानू ठाकुर पर भी बैंक के साथ धोखाधड़ी का मामला दर्ज है. पुलिस को शक है कि इस मामले में उन्होंने कई और लोगों को भी अपना शिकार बनाया है. फिलहाल पुलिस गिरफ्त में आए आरोपियों से पूछताछ कर रही है.

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