scorecardresearch
 

दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ा फोन स्नैचर गैंग, अय्याशी के लिए छीनते थे फोन

दिल्ली पुलिस ने एक ऐेसे गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो अय्याशी के लिए राह चलते लोगों से मोबाइल फोन छीनते थे और फिर मेट्रो स्टेशन या फिर बस स्टैंड पर खड़े मुसाफिरों के सामने अपनी मजबूरी दिखाकर वह फोन औने-पौने दामों पर बेच देते थे. पुलिस ने गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है.

Advertisement
X
50 वारदातों का हुआ खुलासा
50 वारदातों का हुआ खुलासा

Advertisement

दिल्ली पुलिस ने एक ऐेसे गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो अय्याशी के लिए राह चलते लोगों से मोबाइल फोन छीनते थे और फिर मेट्रो स्टेशन या फिर बस स्टैंड पर खड़े मुसाफिरों के सामने अपनी मजबूरी दिखाकर वह फोन औने-पौने दामों पर बेच देते थे. पुलिस ने गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है.

पुलिस ने इस गैंग का भंडाफोड़ होते ही 50 से ज्यादा मामले सुलझाने का दावा किया है. डीसीपी ईस्ट ओमवीर सिंह बिश्नोई के अनुसार प्रीत विहार थाने में तैनात सिपाही संदीप दहिया को सूचना मिली कि मोबाइल झपटमारी में लिप्त कुछ युवक प्रीत विहार इलाके में आने वाले हैं.

सूचना के आधार पर एसीपी डॉ. हेमंत तिवारी की अगुवाई में एक टीम गठित की गई. जिसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर तीनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया. बदमाशों की पहचान अब्दुल अहद, मोहम्मद अरशद और अकबर के रूप में की गई.

Advertisement

पुलिस ने इनकी निशानदेही पर 16 मोबाइल फोन, 5 मोटरसाइकिल और 4 स्कूटी बरामद की हैं. पूछताछ में अहद और अरशद ने खुलासा किया कि वह लोग अय्याशी के लिए मोबाइल झपटमारी की वारदातों को अंजाम देते थे. छीने गए फोन वह लोग अकबर को दे देते थे.

अकबर मेट्रो स्टेशन या फिर बस स्टैंड पर खड़े मुसाफिरों को अपनी मजबूरी का हवाला देते हुए छीने हुए फोन बेच दिया करता था. पुलिस का कहना है कि यह गिरोह स्कूटी से वारदात को अंजाम दिया करता था ताकि चेकिंग पर तैनात पुलिसकर्मियों को उन पर शक न हो.

Advertisement
Advertisement