9 साल पहले एक शख्स का कत्ल हुआ. कातिल ने पहले उसे अगवा किया और फिर बेरहमी के साथ उसकी जान ले ली. कातिल शातिर था. कोई सुबूत नहीं छोड़ना चाहता था. उसने कत्ल के बाद लाश को ठिकाने लगाने के लिए वर्षों पुराना तरीका अपनाया. लाश को एक पांच फीट गहरे गड्ढे में दफ्न कर दिया. ना रहेगी लाश, ना मिलेगा सुबूत. लेकिन कहते हैं कि गुनाह कभी इंसान का पीछा नहीं छोड़ते. ऐसा ही इस मामले में भी हुआ. कातिल को उसकी एक भूल ने वारदात के 9 साल बाद सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
अपहरण के बाद हत्या
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आखिरकार 9 साल पुराने कत्ल के एक मामले को सुलझा लिया है. साल 2011 में दिल्ली के कापसहेड़ा से रवि नाम के एक शख्स को किडनैप कर उसकी हत्या कर दी गई थी. रवि की हत्या कर उसकी लाश को 5 फिट गहरे गड्ढे में गाड़ दिया गया था.
9 साल बाद 2 आरोपी गिरफ्तार
9 साल बाद हत्या के इस मामले में क्राइम ब्रांच ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी का नाम कमल है. हत्या में कमल का साथ उसके ड्राइवर गणेश को भी गिरफ्तार किया है. कमल रवि की पत्नी से प्रेम करता है. पुलिस के मुताबिक, कमल और रवि की पत्नी की कॉल डिटेल्स खंगालने के बाद पुलिस को शक हुआ.
नार्को टेस्ट ने खोला राज
क्राइम ब्रांच ने कमल का नार्को टेस्ट करवाया जिसमें उसने हत्या की पूरी साजिश का खुलासा किया. कमल ने खुलासा किया कि उसने अपने ड्राइवर के साथ 2011 में रवि को बहला फुसला कर अपनी कार में बिठाया था, उसके बाद एक फार्म हाऊस के पास ले जा कर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी थी. हत्या करने के बाद लाश को राजस्थान के अलवर ले जा कर कमल ने अपनी कंस्ट्रक्शन साइट पर 5 फुट गहरे गड्ढे में गाड़ दिया था.
9 साल बाद बाहर निकाली लाश, किया ऐसा हाल
हाल ही में जब कमल को शक हुआ कि क्राइम ब्रांच उसे गिरफ्तार कर सकती है तो उसने रवि की लाश को ट्रक से कुचल कर तमाम हड्डियां उसी साइट के आस पास दबा दी. क्राइम ब्रांच ने इलाके की खुदाई करवाई और रवि की 25 हड्डियों के टुकड़े बरामद किए जिसे डीएनए जांच के लिए भेजा गया है. वहीं रवि की पत्नी फिलहाल गायब है.