अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (एएपी) ने आरोप लगाया है कि कांस्टेबल सुभाष तोमर की मौत के मामले को राजनीतिक रंग देने का प्रयास हो रहा है और दिल्ली पुलिस जानबूझकर कुछ साबित करने की कोशिश कर रही है.
एएपी ने एक बयान में कहा कि तोमर की मौत को लेकर प्रत्यक्षदर्शियों एवं राम मनोहर लोहिया अस्पताल के बयानों तथा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बहुत अंतर है.
पार्टी ने कहा, ‘23 वर्षीय छात्रा के बलात्कार के बाद और इसके बाद के विरोध प्रदर्शनों और सुभाष तोमर की मौत को लेकर जो स्थिति बन रही है, उससे संकेत मिलता है कि पूरे मुद्दे का राजनीतिकरण करने का प्रयास हो रहा है.’
उसने कहा, ‘दिल्ली पुलिस का बार-बार झूठ बोलना भी इसी ओर इशारा कराता है कि पुलिस कुछ छिपाने का प्रयास कर रही है अथवा जानबूझकर कुछ साबित करने का प्रयास कर रही है.’
दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल 47 वर्षीय तोमर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि गर्दन और सीने पर चोट लगने के बाद उन्हें दिल का दौरा पड़ा था जिसका कारण उनकी मौत हुई.
पुलिस के अनुसार सामूहिक बलात्कार की घटना के विरोध में इंडिया गेट पर प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में तोमर घायल हुए थे.