देश के अलगअलग शहरों से पकड़े गए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के
एजेंट आपस में बात करने के लिए कोड वर्ड का इस्तेमाल करते थे. दिल्ली पुलिस
के मुताबिक पाक एजेंट कैफेतुल्लाह खान और अब्दुल रशीद कोड वर्ड में ही बात
करते थे.
पुलिस ने खोला कोड वर्ड का राज
दिल्ली पुलिस के सूत्रों से मिली खबरों के मुताबिक पूछताछ के दौरान दोनों पाकिस्तानी जासूसों से मिली जानकारी और उनके मोबाइल से मिली बातचीत की रिकॉर्डिंग से ही पुलिस के एक्सपर्ट इनके कोड वर्ड तोड़ने में कामयाब हुए. ये लोग एक दूसरे से कोड वर्ड के जरिए ही बातचीत करते थे.
क्या हैं कोड वर्ड
बातचीत में हैंडलर और एजेंट इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करते थेः
01. दवाः जानकारी के लिए
02. एक्स-रेः लीक हुए दस्तावेजों के लिए
03. भाईजानः पाकिस्तानी खुफ़िया एजेंसियों के अधिकारियों के लिए
04. डॉक्टर और सर्जनः आर्मी और बीएसफ के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए
महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद
पुलिस ने दोनों संदिग्ध आईएसआई एजेंट के पास से बेहद संवेदनशील और सीक्रेट दस्तावेज भी बरामद किये हैं. जिनमें कई ऐसी जानकारी हैं, जिनका खुलासा होने से पुलिस और जांच अधिकारी हैरान हैं.
01. युद्ध के आदेश संबंधी दस्तावेज
02. युद्ध की तैयारी के दस्तावेज
03. जम्मू कश्मीर में बीएसफ की तैनाती से जुड़े दस्तावेज
04. कश्मीर में वायु सेना के लड़ाकू विमानों की तैनाती से जुड़े दस्तावेज
दिल्ली पुलिस और खुफिया विभाग की टीम अभी भी पकड़े गए दोनों संदिग्ध एजेंट्स से पूछताछ कर रही है. पुलिस को उम्मीद है कि इन जासूसों से आगे भी पूछताछ के दौरान कुछ और खास जानकारियां भी सामने आ सकती हैं.
गौरतलब है कि ISI की सबसे बड़ी साजिश को हिंदुस्तानी खुफिया एजेंसियों और दिल्ली पुलिस ने नाकाम कर दिया है. जिसके चलते ही नई दिल्ली से ISI एजेंट कैफेतुल्लाह, बीएसएफ में ISI का जासूस अब्दुल रशीद, मेरठ से ISI का गुर्गा एजाज़ और कोलकाता से ISI के तीन जासूस इरशाद अंसारी, अशफाक अंसारी और जहांगीर गिरफ्तार किए गए हैं.