दिल्ली पुलिस ने द्वारका मोड़ पर हुए गैंगवार मामले में मास्टरमाइंड गोपाल किशन उर्फ पाली को गिरफ्तार कर लिया है. इस गैंगवार में कुल दो बदमाशों की मौत हुई थी. इनमें से एक की हत्या बदमाशों ने की थी, जबकि एक बदमाश पुलिस की गोली से मारा गया था. पुलिस ने गोपाल किशन के पास से हथियार भी बरामद किया है.
पुलिस के मुताबिक इस गैंगवार की पूरी साजिश गोपाल किशन ने रची थी. इसके लिए गोपाल किशन ने सभी बदमाशों को उनका काम दे रखा था. इतना ही नहीं, वह खुद प्रवीण गहलोत उर्फ गोलू के घर के बाहर खड़ा था और रेकी कर रहा था. गोपाल किशन इसके लिए सिग्नल ऐप का इ्स्तेमाल कर रहा था और सिग्नल ऐप के जरिए वो अपने साथी विकास दलाल को प्रवीण गहलोत की मूवमेंट बता रहा था. उसने इस ऐप का इस्तेमाल इसलिए किया था, ताकि उसकी साजिश की भनक किसी को ना लगे.
पुलिस की माने तो गैंगवार के दिन जैसे ही प्रवीण गहलोत द्वारका मोड़ के पास पहुंचा था, वैसे ही पहले से घात लगाकर बैठे विकास दलाल और उसके साथी एक्शन में आ गए थे. उन्होंने बीच सड़क पर प्रवीण गहलोत की कार के सामने अपनी कार अड़ा दी थी और उसकी कार पर अंधाधुंध फायरिंग करने लगे थे. इस साजिश के तहत प्रवीण गहलोत को गोली मारने के बाद गोपाल किशन को बाइक और विकास दलाल को अपने साथियों के साथ कार से भागना था.
हालांकि घटनास्थल पर ऐन वक्त पर पीसीआर की गाड़ी पहुंच गई थी और पीसीआर के कांस्टेबल ने गोली चला दी थी. पुलिस की गोली से विकास दलाल की मौके पर ही मौत हो गई थी. वहीं, विकास को गोली लगते ही गोपाल किशन तुंरत बाइक से फरार हो गया था. इसके बाद जांच में जुटी पुलिस ने गैंगवार में शामिल गोपाल किशन के बारे में जानकारी जुटाई थी और फिर ट्रैप लगाकर नजफगढ़ इलाके से उसे हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने गोपाल किशन को गिरफ्तार करने के बाद पूछताछ की, तो उसने बताया कि फरीदाबाद की जेल में बंद गैंगस्टर प्रदीप सोलंकी ने प्रवीण गहलोत की हत्या की साजिश रची थी. इसके बाद गोपाल किशन ने विकास दलाल और दूसरे लड़कों को साजिश में शामिल किया था. दिल्ली पुलिस अब इस मामले में फरीदाबाद जेल में बंद गैंगस्टर प्रदीप सोलंकी से पूछताछ की तैयारी में हैं.