हनी ट्रैप का शिकार होकर ISI के एजेंटों को गुप्त जानकारियां देने के आरोपी इंडियन एयर फोर्स के ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी गई है. ये चार्जशीट 7 अप्रैल को दाखिल की गई है.
पुलिस ने चार्जशीट में कहा है कि मारवा ने कुल 12 संवेदनशील डॉक्यूमेंट इन दोनों एजेंटों को शेयर किए थे. इसमें वायु सेना की एक गगन शक्ति एक्सरसाइज और ह्यूमन एड डिजास्टर रिलीफ की भी जानकारी शामिल है. यह दोनों जानकारियां अप्रैल 2018 में होने वाले एयरफोर्स के एक्सरसाइज का हिस्सा थी.
चार्जशीट में कहा गया है कि है कि मारवा जॉइंट डायरेक्टर ऑपरेशन के पद पर तैनात थे और पाकिस्तान की आईएसआई एजेंटों से हुकअप एप्लीकेशन के जरिए बातचीत करते थे. इसी पर इंफॉर्मेशन शेयर की गई थी. ये एक सुरक्षित एप्लीकेशन है, जिसमें लॉग आउट करने के बाद से सारी बातचीत अपने आप डिलीट हो जाती है.
पुलिस ने चार्जशीट में कहा है कि ग्रुप कैप्टन को पाकिस्तानी एजेंटों ने किरण रंधावा और महिमा पटेल की आईडी से फेसबुक पर संपर्क किया. उसके बाद से सारी बातें हुकअप पर होने लगी. एजेंटों और ग्रुप कैप्टन के बीच की बातचीत अंतरिम और उकसाने वाली हैं. ये एक हनी ट्रैप था जिसे ग्रुप कैप्टन ने अपने डिस्क्लोजर स्टेटमेंट में स्वीकार कर लिया है.
पुलिस ने फेसबुक से संपर्क करके जो आईपी एड्रेस मांगा है उसके मुताबिक यह दोनों आईडी पाकिस्तान से ऑपरेट की जा रही थी. मारवा को दिल्ली पुलिस ने 7 फरवरी को अरेस्ट किया था. वह इन दोनों एजेंटों से पिछले साल 7 दिसंबर से बात कर रहा है. शक होने पर पहले आर्मी इंटेलिजेंस ने उसे डिटेन किया था, जिसके बाद से जासूसी का सबूत मिलने के बाद से उसे दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया था. मारवा पर ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.