लाल किले में पुरातत्व विभाग को सफाई के दौरान भारी संख्या में कारतूस और विस्फोटक सामग्री मिली है. मामले की सूचना मिलते ही भारतीय सेना, एनएसजी, दमकल विभाग और बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंच गया है.
राजधानी दिल्ली में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब पुरातत्व विभाग को लाल किले की सफाई के दौरान राइफल्स के कारतूसों का जखीरा और विस्फोटक बरामद हुआ. शुरूआती जांच के बाद पुलिस का कहना है कि बरामद कारतूस और विस्फोटक बेकार हो चुके हैं. बता दें कि बरामद कारतूसों की संख्या देखकर पुलिस अधिकारी भी हक्के-बक्के रह गए.
पुलिस सूत्रों की मानें तो कारतूस और विस्फोटकों को ऐसी जगह पर रखा गया था, जहां पर कोई आता-जाता नहीं है. मानो कि किसी ने जान-बूझकर इन्हें यहां छुपाकर रखा हो. माना जा रहा है कि जिस समय भारतीय सेना यहां रहा करती थी, हो सकता है कि उसी समय यह कारतूस और विस्फोटक यहां छूट गए हो. फिलहाल पुलिस और अन्य सुरक्षा बल मामले की जांच कर रहे हैं.
गौरतलब है कि 26 जनवरी को लालकिले पर झंडारोहण के दौरान देश और दुनिया की कई जानी-मानी हस्तियों ने शिरकत की थी. महीनों पहले से 26 जनवरी की तैयारियों के मद्देनजर चप्पे-चप्पे की तलाशी ली जा रही थी. सुरक्षा एजेंसियां दुरूस्त सुरक्षा व्यवस्था के तमाम दावे कर रही थी. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि सुरक्षा एजेंसियों से इतनी बड़ी चूक आखिर कैसे हो गई.
बता दें कि साल 2000 में लाल किले पर हुए हमले के बाद से लाल किले पर लगातार आतंकी हमलों की धमकियां मिलती रही हैं. सुरक्षा के लिहाज से लालकिला भारत के बेहद संवेदनशील प्रतीकों में गिना जाता है. ऐसे में लाल किले से इतनी बड़ी तादाद में कारतूसों और विस्फोटक का मिलना सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है.