दिल्ली पुलिस ने द्वारका में महिला कैशियर के साथ हुई लूट की वारदात का खुलासा कर दिया है. 4 दिन पहले द्वारका के मोहन गार्डन थाना इलाके में महिला कैशियर पर गोली चला कर 5 लाख से ज्यादा की लूट को अंजाम दिया गया था. पुलिस ने 68 सीसीटीवी कैमरों की जांच और 70 संदिग्धों से पूछताछ के बाद हरियाणा और दिल्ली के दो युवकों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया है.
पुलिस का दावा है कि इस वारदात को तिहाड़ जेल में बंद जोगिंदर दलाल के इशारे पर अंजाम दिया गया था. इस वारदात में उसकी पत्नी ने अहम रोल अदा किया. दरअसल, लूट की इस सनसनीखेज वारदात को 4 अप्रैल के दिन में लगभग 2 बजे के आसपास अंजाम दिया गया था. स्कूल की महिला कैशियर पर रास्ते में अतुल प्रधान नामक बदमाश ने गोली चलाकर उसके पर्स में रखी 5 लाख से ज्यादा की रकम लूट ली थी.
द्वारका जिले में डीसीपी एंटों अल्फोंस ने बताया कि इस मामले के लिए एक खास टीम बनाई गई थी. इस टीम ने लगातार दिन-रात मेहनत करके लगभग दो दर्जन गलियों की खाक छानी. 68 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को चेक किया और 70 के आस-पास संदिग्धों से पूछताछ की. आखिरकार वारदात में इस्तेमाल की गई स्कूटी का नंबर धुंधला सा मिला. जिसे पुलिस टीम ने मैग्नीफाइंग ग्लास से चेक करके पता कर लिया. ऐसे गाड़ी का नंबर और मालिक का पता चल गया.
पुलिस की टीम पूछताछ करने नजफगढ़ पहुंची, तो पता चला कि यह स्कूटी महिपाल सिंह नाम के एक व्यक्ति की है. उससे पूछताछ की तो पता चला कि उसके बेटे ने यह स्कूटी अपने किसी दोस्त मयंक को कुछ देर के लिए दी थी. फिर पुलिस टीम ने मयंक को हिरासत में लिया और फिर उससे आगे की पूछताछ शुरू हुई. पुलिस की कड़ी पुछताछ के बाद मंयक ने पुलिस को अपने उस दोस्त के बारे में बताया जिसको उसने स्कूटी दी थी.
पुलिस ने फिर वारदात को अंजाम देने वाले अतुल प्रधान की फेसबुक की डिटेल खंगाली, लेकिन उसका जो नंबर निकला वह स्विच ऑफ था. आखिरकार, पुलिस टीम फिर पता लगाती हुई बहादुरगढ़ पहुंची और वहां रेड किया तो वहां एक और युवक को पुलिस ने डिटेन किया.
पूछताछ के बाद पुलिस को पता चला कि अतुल प्रधान कोई और नंबर इस्तेमाल कर रहा है. जिसके बाद उसे रेड करके गिरफ्तार कर लिया गया. जब अतुल प्रधान से पूछताछ हुई, तो दिल्ली पुलिस को चौंकाने वाली जानकारी मिली. पुलिस के अनुसार अतुल प्रधान को तिहाड़ जेल में बंद नजफगढ़ के रंगदारी वसूली करने वाले जोगिंदर दलाल उर्फ लीला की पत्नी ने उसे वारदात को अंजाम देने के लिए हथियार और चार कारतूस दिए थे.
पुलिस के मुताबिक लीला की पत्नी ने अतुल को महिला कैशियर के बारे में जानकारी दी थी और लूट की इस वारदात को अंजाम देने के लिए निर्देश दिया था. अतुल को वारदात के लिए टू व्हीलर की जरूरत थी तो उसने अपने दोस्त मयंक को इस बारे में जानकारी दी और लगभग डेढ़ दो घंटे के लिए उसने स्कूटी मांगी. जिसके बदले में मोटी रकम देने वादा कर अतुल स्कूटी से वारदात के लिए निकल पड़ा.
पुलिस ने बताया कि जब वारदात को अंजाम देकर अतुल भाग रहा था तो वह एक हाथ में पिस्टल और दूसरे हाथ से स्कूटी चला रहा था. जिससे कि यदि कोई पीछा करें तो उसे धमका सके और जरूरत पड़ने पर गोली मार सके.
पुलिस के मुताबिक अतुल प्रधान ने लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद स्कूटी मयंक को दे दिया और उसे 25 हजार रुपये डेढ़ घंटे के किराए के रूप में दिया और बाकी की रकम को उसने जोगिंदर दलाल की पत्नी को दे दिया. पुलिस ने बताया कि जोगिंदर दलाल की पत्नी ने अतुल प्रधान को खर्च के लिए 7 हजार दिए और यह आश्वासन दिया कि जोगिंदर दलाल से मुलाकात के बाद वो उसका हिस्सा तय कर के दे देगी.
बहरहाल, पुलिस की टीम जोगिंदर दलाल की पत्नी को पकड़ने में जूटी है. पुलिस का मानना है कि उसने ही जोगेंद्र के जेल से मिले ऑर्डर पर पर लूट की योजना बनाई थी और इसके लिए अतुल को हथियार भी उपलब्ध कराया था. डीसीपी द्वारका एंटो अल्फोंस ने बताया कि पुलिस टीम ने वारदात में इस्तेमाल स्कूटी और कुछ कैश भी बरामद किया है.