लॉकडाउन से परेशान प्रवासी मजदूर अपने घर लौट रहे हैं. इस बीच दो ऐसे शातिर पकड़े गए हैं, जो प्रवासी मजदूरों को घर छोड़ने के नाम पर अपराध कर रहे थे. दरअसल, इन लोगों ने प्रवासी मजदूरों को पंजाब से झारखंड भेजने के लिए ई-पास बनवाया और फिर ड्रग्स की सप्लाई करने लगे. सूचना मिलने पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शातिरों को गिरफ्तार कर लिया.
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर शिव कुमार और उनकी टीम ने इंटर स्टेट ड्रग्स रैकेट का खुलासा करते हुए दोनों शातिरों को गिरफ्तार कर लिया है, जो झारखंड के नक्सल इलाके हजारीबाग से अफीम पंजाब और दिल्ली में सप्लाई करते थे.
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स्पेशल सेल ने शान मसीह और चेतन को गिरफ्तार किया है. दोनों पंजाब के होशियारपुर के रहने वाले हैं. इनके पास से 12 किलो अच्छी क्वॉलिटी की अफीम बरामद हुई है, जिसकी कीमत 2 करोड़ है. अफीम टोयटा कार में लेकर आ रहे थे.
ई-पास लगाए हुए
चौकाने वाली बात ये है कि इन ड्रग्स तस्करों ने लॉकडाउन में ड्रग्स की तस्करी के लिए पंजाब के होशियापुर के एसडीएम से प्रवासी मजदूरों को उनके घर झारखंड छोड़ने के लिए बकायदा ई-पास जारी करवा लिए थे. ये ई-पास को कार के आगे वाले शीशे पर लगा लेते थे, जिससे चेकिंग के दौरान इनसे ज्यादा पूछताछ न हो.
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इसी ई-पास के सहारे ये तकरीबन तीन बार पंजाब से झारखंड गए और वहां से ड्रग्स लेकर पंजाब वापस आए. हालांकि, इस बार जब दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल को मुखबिर से जानकारी मिली तो कार को रोका गया. कार की तलाशी ली गई तो कार से ड्रग्स बरामद हुई.
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