scorecardresearch
 

दिल्ली पुलिस ने 6 महीने में ढूंढ निकाले 100 से ज्यादा गुमशुदा बच्चे

करीब 100 से ज्यादा बच्चों को नॉर्थ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने 6 महीनों में ढूंढ निकाला है. इनमें से कुछ बच्चे ऐसे हैं जो गायब हो गए थे. जबकि कुछ ऐसे हैं जिनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी.

Advertisement
X
प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

Advertisement

दिल्ली पुलिस की सूझबूझ से पिछले 6 महीने में गायब हुए 100 से ज्यादा बच्चे बरामद हो गए हैं. इन बच्चों के माता-पिता ने इनके मिलने की उम्मीद खो दी थी लेकिन पुलिस की सतर्कता के चलते ये बच्चे मिल गए. करीब 100 से ज्यादा बच्चों को नॉर्थ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने पिछले 6 महीने में ढूंढ निकाला है. इनमें से कुछ बच्चे ऐसे हैं जो गायब हो गए थे. जबकि कुछ ऐसे हैं जिनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी. वह यह भी नहीं बता पा रहे थे कि उनका घर कहां है. अब ये बच्चे अपने परिवार से मिलकर बेहद खुश हैं और पुलिस को धन्यवाद दे रहे हैं.

अलस्यब नाम का बच्चा बुलंदशहर के पास गुलावठी में रहता था. मानसिक रूप से कमजोर यह बच्चा मई में अचानक गायब हो गया था, जिससे पूरा परिवार निराश हो गया. लेकिन पुलिस ने इसे एक ही दिन में ढूंढ निकाला. उसके हाथ पर फोन नंबर लिखा हुआ था, जिससे पुलिस को सुराग मिला और उसे उसके घर पहुंचा दिया. यह बच्चा गुलावठी से दिल्ली के सीलमपुर पहुंच गया था.

Advertisement

वहीं सुल्तान नाम का बच्चा रमजान के दौरान गायब हो गया था. उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट न्यू उस्मानपुर थाने में दर्ज की गई थी, लेकिन पुलिस ने 7 दिनों के भीतर एक आश्रम से उसे बरामद कर लिया. वहीं 14 साल का अंश भी दिल्ली के करावल नगर इलाके से इसी साल अप्रैल में गायब हो गया था. उसे एक महीने की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने गाजियाबाद के आश्रम से बरामद किया.

दरअसल, पुलिस तमाम आश्रमों से यह पता करती रहती है कि कौन से बच्चे उनके यहां आए हैं. इससे पुलिस को बच्चों को ढूंढने में काफी मदद मिली. ऐसे और कई बच्चे हैं, जिन्हें पुलिस ने अपने मां-बाप से दोबारा मिलवाया. इन बच्चों के माता-पिता देश के विभिन्न राज्यों जैसे दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल से आते हैं. ज्यादातर बच्चे गरीब परिवारों से हैं. पुलिस ने स्कूल का नाम, पिता के कामकाज जैसे मामूली सुरागों के बूते इन बच्चों को खोज निकाला.

Advertisement
Advertisement