दिल्ली की ओल्ड सीमापुरी में एक प्राइवेट स्कूल के गार्ड की हत्या की गुत्थी सुलझ गई है. दिल्ली पुलिस ने तीन दिन के अंदर हत्यारे प्रेमी-प्रेमिका को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, यह लव ट्रायंगल का मामला है और गार्ड की हत्या की साजिश उसकी पूर्व प्रेमिका ने ही रची थी.
पुलिस ने कातिलों की पहचान अंजलि और साजिद के रूप में की है. पुलिस ने बताया कि यह सिर्फ प्रेमी को रास्ते से हटाने की ही साजिश नहीं थी, बल्कि लूट की भी साजिश थी. अंजली और साजिद ने न सिर्फ स्कूल गार्ड की हत्या की, बल्कि उसके पास रखे 61 हजार रुपये भी चुरा ले गए.
गौरतलब है कि बीते शनिवार की रात ओल्ड सीमापुरी के बाल कॉन्वेंट स्कूल में गार्ड की नौकरी करने वाले 35 वर्षीय देवीलाल की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. पुलिस को देवीलाल की लाश रविवार की सुबह बरामद हुई थी.
दरअसल यह प्यार, पैसा और धोखे की कहानी है. देवीलाल और अंजलि एकदूसरे को पिछले दो सालों से जानते थे. अंजलि अक्सर देवीलाल से मिलने स्कूल भी आती रहती थी. इसी बीच अंजलि की दोस्ती साजिद नाम के शख्स से हुई और दोनों एकदूसरे से प्यार भी करने लगे.
इधर देवीलाल भी लगातार अंजलि को फोन करता रहता था, लेकिन अंजलि साजिद के साथ रहना चाहती थी. लेकिन साजिद जेब से कड़क था, जो उनकी शादी में आड़े आ रहा था. ऐसे में अंजलि ने एक तीर से दो निशाना साधने की साजिश रची. उसे पता था कि देवीलाल गार्ड के साथ-साथ एक प्राइवेट ट्रांसपोर्ट कंपनी में अकाउंटेंट भी था, जिसकी वजह से उसके पास हमेशा भारी मात्रा में कैश मौजूद रहता था.
इसलिए अंजलि ने देवीलाल को रास्ते से हटाने और उसे लूटने के लिए साजिद के साथ मिलकर क़त्ल की साजिश रची. योजना के तहत दोनों शनिवार की रात स्कूल पहुंचे. साजिद बाहर ही रहा, जबकि अंजलि देवीलाल के कमरे में चली गई. अंजलि ने देवीलाल को कोल्ड ड्रिंक लाने के बहाने बाहर भेज दिया.
इसी बीच मौका देखकर साजिद अंदर आकर छिप गया. देवीलाल जब कोल्ड ड्रिंक लेकर लौटा तो अंजलि ने एस बेतहाशा शराब पिला दी. शराब पीकर जब देवीलाल नशे में धुत हो गया तो साजिद ने लोहे के रॉड से वार कर देवीलाल की हत्या कर दी.
इतना ही नहीं जाते-जाते अंजलि ने पेपर कटर से देवीलाल के हाथ की नसें भी काट दीं, ताकि किसी भी सूरत में देवीलाल जिंदा ना बचे. पुलिस के मुताबिक हत्या के इरादे से अंजलि और साजिद अपने साथ लोहे का रॉड लेकर आए थे. देवीलाल की हत्या करने के बाद दोनों देवीलाल के कमरे पर रखे 61 हज़ार रुपये लेकर वहां से फरार हो गए.
पुलिस ने जब मामले की तफ्तीश शुरू की तो देवीलाल के मोबाइल की कॉल डिटेल भी खंगाली. पुलिस ने जांच में पाया कि देवीलाल ने आखरी कॉल अंजलि को किया था. पुलिस ने फिर अंजलि को पूछताछ के लिए बुलाया. पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो अंजलि ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया और पूरी साजिश का पर्दाफाश हो गया.