लड़की की किडनैपिंग के आरोपी युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में ट्रेन से कटकर मौत हो गई. आरोपी युवक को दिल्ली पुलिस बेंगलुरु से गिरफ्तारी के बाद ट्रेन से ला रही थी, लेकिन उससे पहले ही मध्य प्रदेश के मुरैना में युवक की लाश ट्रेन के ट्रैक पर बरामद की गई.
दरअसल, दिल्ली के स्वरूप नगर थाने के एएसआई महावीर अपनी टीम के साथ आरोपी घनश्याम को गिरफ्तार करने पहुंचे थे. बेंगलुरु से गिरफ्तारी के बाद वो दिल्ली लौट रहे थे. घनश्याम के साथ वो लड़की भी बरामद कर ली गई, जिसकी किडनैपिंग का आरोप उस पर था. लेकिन लौटते वक्त मुरैना में घनश्याम की ट्रेन से कटकर मौत हो गई.
हालांकि, अभी तक ये पता नहीं चला है कि घनश्याम डर के कारण ट्रेन से कूद गया या फिर उसे किसी ने धक्का दिया. यह घटना 17 जून की है और इस पूरे केस में सबसे ज्यादा हैरान करने वाला रोल दिल्ली पुलिस के एएसआई महावीर का है. घनश्याम की मौत के बाद एएसआई चुपचाप लड़की लेकर दिल्ली लौट आया और नौकरी करने लगा.
मुरैना की नूराबाद थाना पुलिस को रेलवे ट्रैक पर घनश्याम की लाश मिली है. जांच पड़ताल में घनश्याम की जेब से एक कार्ड मिला जिसके सहारे मुरैना पुलिस बेंगलुरु पहुंची और लाश की पहचान घनश्याम के तौर पर हुई. प्राइवेट जॉब करने वाले घनश्याम के मालिक ने कहा कि घनश्याम को दिल्ली पुलिस की एक टीम गिरफ्तार कर अपने साथ बेंगलुरु से दिल्ली जा रही थी.
इस घटना की जानकारी जब इलाके के डीसीपी को लगी तो उन्होंने एएसआई महावीर को तत्काल सस्पेंड कर दिया. एक हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है कि एएसआई ने एसीपी से रेलवे पुलिस का यात्रा वारंट जारी करवाया था जो कि दिल्ली से बेंगलुरु के लिए था. जिसमें 3 मातहतों को रेड पर जाना था. डीसीपी को पता लगा कि टीम में एएसआई महावीर के साथ 2 पुलिसवाले रेड पर गए ही नहीं बल्कि 2 प्राइवेट आदमी थे जिसमें एक लड़की भी शामिल थी.
एक और हैरान करने वाली बात ये है कि जिस लड़की को किडनैप करने का आरोप घनश्याम पर था, उसके दिल्ली में जब 164 के बयान लिए गए तो उसने अपने ही भाई पर रेप का इल्जाम लगा दिया, जिसके बाद भाई गिरफ्तार किया गया.