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लावारिस हालत में मिली डेरा की लग्जरी कार, अंदर था हथियार और वॉकी टॉकी

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को 20 साल जेल की सजा होते ही उनके समर्थकों में अफरा-तफरी मच गई है. पुलिस द्वारा लगातार डेरे की तलाशी ली जा रही है. इसी बीच डेरे के नाम पर रजिस्टर्ड एक लग्जरी गाड़ी लावारिस हालत में कुरूक्षेत्र के बरगत जतां गांव के पास मिली है. इस गाड़ी में हथियार और वॉकी टॉकी सेट भी मिला है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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रेप केस में दोषी ठहराए जाने के बाद जेल जाता राम रहीम
रेप केस में दोषी ठहराए जाने के बाद जेल जाता राम रहीम

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डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को 20 साल जेल की सजा होते ही उनके समर्थकों में अफरा-तफरी मच गई है. पुलिस द्वारा लगातार डेरे की तलाशी ली जा रही है. इसी बीच डेरे के नाम पर रजिस्टर्ड एक लग्जरी गाड़ी लावारिस हालत में कुरूक्षेत्र के बरगत जतां गांव के पास मिली है. इस गाड़ी में हथियार और वॉकी टॉकी सेट भी मिला है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

पुलिस अधीक्षक अभिषेक गर्ग ने बताया कि बरामद हुई गाड़ी से एक वॉकी टॉकी सेट, डंडे, तीन बोतलें, प्लास्टिक की चार पाइपें और एक अंगरक्षक जैकेट मिली है. वाहन से पेट्रोल की गंध आ रही थी. पुलिस की टीम ने लावारिस वाहन की सूचना मिलने के बाद घटनास्थल से वाहन को जब्त कर लिया है. दस्तावेजों से पता चला कि वाहन डेरा के नाम पर पंजीकृत था.

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दोषी ठहराते ही बेकाबू हुए थे समर्थक

इससे पहले 25 अगस्त को डेरा प्रमुख राम रहीम को दोषी करार देते ही उसके समर्थक बेकाबू हो गए थे. हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली और यूपी में तोड़फोड़ और आगजनी होने लगी. पुलिस और डेरा समर्थकों के बीच जमक हिंसा हुई. डेरा समर्थकों ने मीडिया पर भी हमला बोल दिया. इस हिंसा के बाद हुई पुलिस कार्रवाई में कई लोगों की मौत हो गई थी.

हिंसा के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई

डेरा के हिंसक समर्थकों को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले, हवाई फायरिंग के साथ ही पुलिस बल ने उऩ पर गोलियां भी चलाई. इस हिंसा में करीब 38 डेरा समर्थकों की मौत हो गई. 300 से ज्यादा लोग घायल हो गए. सबसे ज्यादा मौत पंचकूला और चंडीगढ़ में हुई थी. इस हिंसा के मद्देनजर केंद्र और सरकार ने सजा के ऐलान से पहले अपनी कमर कस ली थी.

साध्वी की चिट्ठी के जरिए हुआ खुलासा

बताते चलें कि साल 2002 में डेरा आश्रम में रहने वाली एक साध्वी ने चिट्ठी के जरिए डेरा प्रमुख पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. इस मामले में हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की गई थी. कोर्ट के आदेश पर साल 2001 में सीबीआई को जांच सौंपी गई. साल 2007 में सीबीआई द्वारा आरोप पत्र दाखिल करने के बाद कोर्ट ने केस पर सुनवाई शुरू की थी.

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