आरुषि के पिता डॉक्टर राजेश तलवार के भाई दिनेश तलवार ने सभी परिवार जनों और दोस्तों का शुक्रिया अदा किया है. दिनेश ने कहा कि तीन वर्षों तक साथ देने के लिए सभी को धन्यवाद. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि राजेश और नूपुर तलवार काफी परेशान हैं, उन्हें थोड़ा वक्त देने की जरूरत है.
दिनेश तलवार के कहा कि नूपुर और राजेश तलवार अपनी बेटी को खो देने के दर्द से कभी नहीं उबर पाएंगे, लेकिन एक सामान्य जीवन में लौटने की कोशिश करेंगे, आरुषि को खोने का दर्द और उसके खोने का दुख कभी नहीं जा सकता.
'ये लड़ाई आरुषि के लिए थी'
दिनेश ने कहा, 'हम ये नहीं कह सकते कि राजेश और नूपुर तलवार सामान्य अवस्था में हैं. हम चाहते हैं कि वे जल्द से जल्द ठीक हो जाएं. हम भावानात्मक रूप से टूट चुके हैं. हमने अपनी भावनाओं पर चार साल तक काबू रखा. हमें हेमराज के साथ आरुषि का नाम हटाना था. जो कहानी सामने आई थी उसमें आरुषि का नाम हेमराज से जोड़ा जा रहा था. ये लड़ाई सिर्फ नूपुर और राजेश के लिए नहीं थी, बल्कि आरुषि के लिए थी. आरुषि बहुत अच्छी लड़की थी. हम आरुषि को इंसाफ दिलाने की कोशिश कर रहे हैं. '
'इससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकते'
दिनेश तलवार ने बताया कि उन सबकी लड़ाई सच्चाई के लिए थी, अपनी तरफ से उन्होंने पूरी कोशिश की है. इससे ज्यादा वे कुछ नहीं कर सकते थे.
उन्होंने कहा कि नूपुर के माता-पिता बुजुर्ग हैं, उन्हें समर्थन और सहायता की जरूरत है. इस पूरे वक्त के दौरान उनके साथ कोई नहीं था. दिनेश ने मीडिया से अपील की है कि तलवार परिवार को ठीक होने के लिए थोड़ा समय दिया जाए.
करीब चार साल का वक्त डासना जेल में बिताने के बाद डॉक्टर राजेश तलवार और नूपुर तलवार 16 अक्टूबर को नोएडा के जलवायु विहार स्थित आरुषि के नाना-नानी के घर पहुंचे. वहां उनके स्वागत की पहले ही तैयारी कर ली गई थी. घर पहुंचते ही आरुषि के नाना-नानी ने अपनी बेटी और दामाद का स्वागत किया.
मां से लिपट कर रोने लगीं नूपुर तलवार
नूपुर तलवार की मां ने अपनी बेटी की आरती उतारी, टीका लगाया और मिठाई खिलाई, इतने पर नूपुर भावुक हो गईं और अपनी मां से गले मिल कर रोने लगीं. राजेश तलवार भी इस दौरान बेहद भावुक नजर आएं.
'राजेश और नूपुर तलवार को वक्त चाहिए'
तलवार दंपति की रिहाई पर खुशी जताते हुए नूपुर की जेठानी वंदना तलवार ने कहा कि वे लोग राजेश और नूपुर तलवार के मानसिक हालात का अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं. वंदना ने कहा, 'अब हम सब परिवार की तरह रहना चाहते हैं और सभी से अपील करते हैं कि राजेश और नूपुर तलवार को थोड़ा वक्त दें, ताकि वे अपनी सामान्य अवस्था में आ सकें. वे अभी किसी से बात करने की स्थिति में नहीं हैं.'
नौ साल बाद मनेगी घर में दिवाली
आरुषि के नाना ने बताया कि आरुषि की हत्या के बाद नौ साल से उन्होंने दिवाली का त्योहार नहीं मनाया, लेकिन इस बार बेटी-दामाद के रिहा होने पर वे दिवाली जरूर मनाएंगे. मई 2008 में आरुषि की हत्या हुई थी, तब से नाना-नानी और आरुषि के माता-पिता ने दिवाली नहीं मनाई थी.