गोरखपुर के BRD मेडिकल कॉलेज केस से चर्चा में आए डॉ. कफील खान ने पिछले हफ्ते अपने भाई कासिफ जमील पर हुए हमले को एक स्थानीय BJP नेता और एक टोल प्लाजा मालिक की साजिश करार दिया है. साथ ही डॉ. कफील ने मामले की जांच यूपी पुलिस की बजाय सीबीआई या हाईकोर्ट के किसी जज द्वारा करवाए जाने की मांग की है.
डॉ. कफील ने रविवार को मीडिया से कहा कि पुलिस ने 48 घंटे में कार्रवाई की बात कही थी, लेकिन आज घटना को हुए एक सप्ताह हो चुका है और अब तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
उन्होंने अपने भाई पर हुए जानलेवा हमले के पीछे पुलिस की आपसी रंजिश की थ्योरी को भी नकार दिया. उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस किसी और के इशारे पर काम कर रही है.
बता दें कि कासिफ जमील को 10 जून की रात अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी थी. जानकारी के मुताबिक उन्हें दो बाइक सवारों ने अपना निशाना बनाया था. शुरुआत में डॉ. कफील का गोरखपुर के ही एक निजी हॉस्पिटल में इलाज चला, लेकिन हालत बिगड़ने के बाद उन्हें लखनऊ के KGMU हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां अभी भी वह भर्ती हैं.
डॉ. कफील ने सीधे-सीधे BJP सांसद कमलेश पासवान और बलदेव प्लाजा मालिक सतीश नगालिया पर अपने भाई पर जानलेवा हमला करवाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी सांसद कमलेश पासवान के एक गुर्गे ने कुछ समय पहले उनके भाई को धमकी भी दी थी.
जमीन विवाद भी आया सामने
डॉ. कफील का कहना है कि गोरखपुर में उनके चाचा की एक जमीन है, जिस पर बीजेपी सांसद जबरन कब्जा करना चाहते हैं. डॉ. कफील के चाचा ने इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी भी लिखी थी.
उन्होंने आशंका जताई है कि किसी ने मुख्यमंत्री पर BJP सांसद कमलेश पासवान के खिलाफ कार्रवाई न करने का दबाव डाल रखा है. उन्होंने आरोप लगाया कि कमलेश पासवान और सतीश नगालिया ने उनके भाई पर जानलेवा हमला करने के लिए किसी बदमाश की मदद ली होगी.
डॉ. कफील ने मुख्य रूप से तीन मांगें रखी हैं. पुलिस पर गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए उन्होंने SP सिटी विनय सिंह और CO प्रवीण सिंह को सस्पेंड करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि वह इस मामले को लेकर कोर्ट और मानावाधिकार आयोग का दरवाजा भी खटखटाएंगे.
उनकी दूसरी मांग है कि कासिफ जमील पर जानलेवा हमले की जांच या तो सीबीआई से या हाईकोर्ट के जज द्वारा करवाई जाए. अभी भी अपनी जान को खतरा बताते हुए डॉ. कफील ने कहा कि उनके परिवार की सुरक्षा के लिए सिर्फ एक कॉन्स्टेबल दिया गया है. उन्होंने सरकार से और सुरक्षा दिए जाने की मांग की है.