बिहार के किशनगंज में पुलिस की गाड़ी चलाने वाले एक ड्राइवर की पत्नी ने दरोगा पर अश्लीलता का संगीन आरोप लगाया है. ड्राइवर की पत्नी ने किशनगंज के एसपी को जाकर इसकी शिकायत की है, लेकिन अभी तक पुलिस का कोई अधिकारी इस मामले पर नहीं बोलना चाहता है. पुलिस का कहना है कि इस मामले की जांच के बाद ही एफआईआर दर्ज होगी है.
जानकारी के मुताबिक, किशनगंज के कुलिकोट थाने में सरकारी चालक के पद पर तैनात सुनील साह अपनी पत्नी बबिता और बच्चों के साथ थाना परिसर में स्थित पुलिस बैरक में रहता है. आरोप है कि थाना अध्यक्ष राहुल कुमार की बुरी नजर बबिता पर गड़ी थी. वह सुनील को किसी काम के बहाने देर रात तक घर से बाहर भेजकर खुद उसके कमरे में चला जाता था.
पीड़िता का आरोप है कि उसके कमरे में आकर चाय का बहाना बनाकर उससे शारीरिक संबंध बनाना चाहता था. बबिता दरोगा के इस हरकत को पसंद नहीं करती थी, लेकिन वह अपने अधिकारों की धौंस दिखाकर पुलिस बैरक खाली करने और पति को नौकरी से निकाल देने का धमकी देता था. बबिता से वीडियो कॉलिंग कर अश्लील बातें करके परेशान करता था.
बताया जा रहा है कि बबिता ने जब दरोगा की बात नहीं मानी, तो उसके पति को लाइन हाजिर करवा दिया गया. खुद को प्रताड़ित होता देख बबिता पूरे परिवार के साथ एसपी से गुहार लगाने पहुंची. पुलिस कप्तान से मिलकर आरोपी थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है. ताकि कोई अन्य महिलाओं के साथ दोबारा ऐसी हरकत न कर सके.
आरोपी दारोगा खुद को निर्दोष बताते हुए कहता है कि आरोप प्रत्यारोप नियति है. पर महिला के द्वारा लगाए गए संगीन आरोप पर पुलिस के आलाधिकारी खामोश क्यों हैं. एसपी राजीव मिश्रा क्यों चुप है. ये एक बड़ा सवाल है. इस आरोप पुलिस चुप ही नहीं है, बल्कि एफआईआर तक दर्ज नहीं कर रही है. जांच के बाद एफआईआर की बात की जा रही है.