पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सरकार बनाने के बाद वादा किया था कि वह चार महीनों के भीतर नशे के कारोबार की कमर तोड़ देंगे. लेकिन नशे की कमर तोड़ना तो दूर उनके राज में इस कारोबार की जड़ें और ज्यादा मजबूत होती नजर आ रहीं हैं. पंजाब में चल रहे नशे के कारोबार को लेकर एक ताजा खुलासा हुआ है जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं.
शुक्रवार को अमृतसर के सुल्तानविंड के एक घर से 194 किलो हेरोइन बरामद की गई थी. इटली से गिरफ्तार किए गए ड्रग स्मगलर सिमरनजीत सिंह संधू ने गुजरात पुलिस को हेरोइन की सूचना दी थी. इसके आधार पर गुजरात पुलिस ने छापेमारी की थी. उसके बाद मंगलवार की छापेमारी में अंकुश कपूर नामक कपड़ा व्यापारी के घर की तलाशी ली गई. तलाशी में 3.25 किलोग्राम अतिरिक्त हेरोइन बरामद हुई.
इस मामले में अब तक कुल छह लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है जिसमें 35 साल का एक अफगान नागरिक अरमान बशर भी शामिल है. बताया जा रहा है कि अरमान अफगानिस्तान के अचिन गांव का रहने वाला है.
पुलिस ने की आरोपियों की गिरफ्तारी
शुक्रवार को जिन चार लोगों को सुल्तानविंड के घर से गिरफ्तार किया गया था उसमें एक जिम ट्रेनर सुखविंदर भी शामिल है. सुखविंदर ने एक अकाली दल नेता अनवर मसीह से घर किराए पर लिया था. पुलिस ने सुखविंदर के अलावा 22 साल की एक महिला तमन्ना गुप्ता, अफगानी नागरिक अरमान बशीर और दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया था.
आरोपी अरमान बशर किडनी का इलाज करवाने के बहाने अमृतसर आया था लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. जिसके बाद जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने कबूला कि वह हेरोइन शोधने का एक्सपर्ट है. इस मामले के मुख्य आरोपी सिमरनजीत सिंह संधू ने उसे 200 किलो हेरोइन रिफाइन करने के लिए 50000 रूपये देने का वादा किया था.
आरोपी अरमान बशर को 50000 रूपये में से कितनी रकम दी जा चुकी है इसका खुलासा फिलहाल नहीं हो पाया है. आरोपी अरमान ने मामले की जांच कर रही पुलिस टीम को बताया है कि वह शादीशुदा है, उसकी दो बीवियां हैं और 14 बच्चे हैं. वह उन सब की देखभाल करने के लिए ज्यादा पैसा कमाना चाहता था. वह जिस गांव से ताल्लुक रखता है वहां के लगभग हर निवासी को हेरोइन साफ करने की जानकारी है.
आरोपी अरमान बशर को मिला था हेरोइन को शुद्ध करने का काम
आरोपी अरमान बशर 19 जनवरी को भारत आया था. उसे एक महीने के भीतर 200 किलो हेरोइन को शुद्ध करने का काम सौंपा गया था. उसे भारत पहुंचाने वाले एक अफगानी और एक पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान होना अभी बाकी है. लेकिन पुलिस की जांच में सामने आया है की हेरोइन शोधक कारखाने का असली मास्टरमाइंड इटली से गिरफ्तार किया गया ड्रग स्मगलर सिमरनजीत सिंह संधू ही है.
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पुलिस को शक है कि संधू की गैंग के सदस्यों ने इससे पहले भी अफगानिस्तान से हेरोइन एक्सपर्ट्स की सेवाएं ली हैं और घरेलू मार्केट में सैकड़ों किलो हेरोइन पहुंचाई है. अमृतसर के सुल्तानविंड स्थित जिस घर में हेरोइन शोधक कारखाना चलाया जा रहा था. आरोपी हेरोइन साफ करने के वक्त उसके बाहर ताला लगा देते थे ताकि स्थानीय तस्करों और उनके मददगारों को उसकी भनक ना लगे.इस मामले के मुख्य आरोपी सिमरनजीत सिंह संधू को नशीले पदार्थों की तस्करी के एक मामले में गुजरात पुलिस ने इटली से गिरफ्तार किया है. पंजाब पुलिस उसे पूछताछ के लिए जल्द ही प्रोडक्शन वारंट पर अमृतसर लेकर आएगी.
पुलिस कर रही फरार आरोपियों की तलाश
इस मामले से जुड़े दो आरोपियों अमृतसर के एक कपड़ा व्यापारी अंकुश कपूर और उसके साथी हैप्पी को मोहाली से गिरफ्तार किया था. उनके कब्जे से 6 किलो हेरोइन भी बरामद की गई थी. अंकुश कपूर ने भी पुलिस को सुल्तानविंड में चलाई जा रही हेरोइन की फैक्ट्री की जानकारी दी थी. मंगलवार को उसके घर की तलाशी में 3.25 किलो अतिरिक्त हेरोइन और कुछ केमिकल बरामद किया गया है.
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इस मामले में पुलिस को अमृतसर के कांग्रेसी पार्षद प्रदीप शर्मा के बेटे साहिल शर्मा की भी तलाश है. वह इस फैक्ट्री के भंडाफोड़ होने के बाद से ही फरार चल रहा है. साहिल के अलावा फैक्ट्री को किराए पर देने वाले अकाली दल नेता अनवर मसीह भी फरार चल रहा है. पुलिस इन सब आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद मामले की तह तक जाना चाहती है. सूत्र बता रहे हैं कि इस गैंग का कारोबार दिल्ली तक फैला था.