हवाला मामले में गिरफ्तार चीनी नागरिक चार्ली पेंग पर जांच एजेंसियों का शिकंजा कसता जा रहा है. अब प्रवर्तन निदेशालय ने भी चार्ली के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा दर्ज किया है. जांच में यह खुलासा भी हुआ है कि वह न केवल हवाला का कारोबार चला रहा था, बल्कि भारत में निर्वासित जीवन बिता रहे तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा की जासूसी भी कर रहा था.
चीनी जासूस चार्ली एजेंसियों की आंखों में धूल झोंकता रहा. फर्जी कंपनियां बनाकर चार्ली हवाला नेटवर्क चला रहा था. दिल्ली एनसीआर की साइबर सिटी गुरुग्राम के सेक्टर 59 गोल्फ कोर्स रोड स्थित पर्म स्प्रिंग प्लाजा के पते पर चार्ली ने इनविन लॉजिस्टिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी रजिस्टर्ड कराई थी. प्लाजा के मैनेजर की मानें तो यहां कभी कोई कंपनी रही ही नहीं.
पूछताछ में चार्ली पेंग ने खोले अपनी जिंदगी के राज़, 6 साल पहले रखा था भारत में कदम
चार्ली ने जो पता दिया है, वह गुरुग्राम का है, लेकिन प्लाजा का मैनेजर किसी भी कंपनी के यहां कभी होने से इनकार कर रहा है. सबकुछ खाली है. इसी तरह कई फर्जी पतों के जरिए चार्ली फर्जी कंपनियों का संचालन कर हवाला का कारोबार कर रहा था और जासूसी का नेटवर्क भी चला रहा था.
हालांकि सूत्र बताते हैं कि इस पते पर कुछ समय पहले तक चार्ली की कोई कंपनी थी, लेकिन उसने खाली कर दिया था. जांच एजेंसियां चार्ली से लगातार दिल्ली और गुरुग्राम के उन सभी पतों के बारे में भी पूछताछ कर रही हैं, जिनके आधार पर उसने अपना आधार कार्ड बनवाया या फिर फर्जी कंपनियां रजिस्टर्ड कराईं.
शातिर है चार्ली
चार्ली को साल 2018 में पकड़ने वाले अधिकारियों के मुताबिक वह काफी शातिर और शार्प माइंडेड है. जांच में हिंदी और अंग्रेजी भाषा का ज्ञान न होने का हवाला देकर जांच अधिकारियों को गुमराह करता है. साल 2018 में भी इसके खिलाफ जसुसी और हवाला का सबूत मिला था, तब यह जानकारी मिली थी कि वो चैट एप्लिकेशन के जरिये लोगों से बात करता था. उसको डिकोड करना काफी मुश्किल था. नतीजा यह हुआ कि सबकुछ जानते हुए भी धोखाधड़ी और पासपोर्ट एक्ट के तहत ही मुकदमा दर्ज किया गया. इस बार आयकर विभाग ने चार्ली के खिलाफ पूरी तैयारी के साथ कार्रवाई की है.