बिहार के पूर्णिया जिले के सदर थाना क्षेत्र से एक व्यापारी की मासूम बेटी को अगवा कर लिया गया. इस घटना की पूरी तस्वीर एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही अगवा बच्ची को मुक्त करा लिया जाएगा. अपहर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है. सभी वाहनों की तलाशी ली जा रही है.
पुलिस के अनुसार, जिला सनौली चौक निवासी व्यापारी सुरेंद्र बिनाकिया की आठ साल की बेटी नव्या सोमवार को अपने स्कूल की बस से उतरकर घर की तरफ जा रही थी, तभी पीछे से आई एक कार पर सवार अपहर्ताओं ने नव्या को जबरन उठा लिया और उसे लेकर फरार हो गए. नव्या इलाके के एक निजी स्कूल की छात्रा है.
बताया जा रहा है कि अपहर्ताओं ने जिस सनौली चौक पर इस घटना को अंजाम दिया, वह भीड़भाड़ वाला इलाका है, लेकिन किसी ने इस घटना का विरोध नहीं किया. पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक विशाल शर्मा ने खुद घटनास्थल पर पहुंचकर लोगों से जानकारी ली. उन्होंने दावा किया जल्द ही बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया जाएगा.
बताते चलें कि बिहार और अपहरण का चोली दामन का साथ है. एक वक्त यहां अपहरण एक उद्योग बन चुका था. पूरे देश में लोग बिहार के नाम डरने लगे थे. इस पर कई हिन्दी फिल्में भी बन चुकी हैं. कुछ महीने पहले समस्तीपुर में नाबालिग लड़की के उसके घर में घुसकर अपहरण किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया था.
हथियारबंद बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया था. इसमें लड़की के भाई को गंभीर चोट लगी थी. लोगों ने दो आरोपियों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया, लेकिन पुलिस की लापरवाही से नाराज होकर एनएच जाम कर दिया था. समस्तीपुर जिले के ताजपुर थाना क्षेत्र के राजखंड में देर रात 6 हथियारबंद बदमाशों ने हरेंद्र सिंह के घर धावा बोला था.
हथियार के बल पर उनकी 17 वर्षीय नाबालिग बेटी का अपहरण कर लिया था. इस बीच घटना का विरोध करने पर लड़की के भाई को पिस्टल के बट से सिर पर वार कर घायल कर दिया. लोगों ने बदमाशों का पीछा किया. पीड़िता के भाई ने बहादुरी दिखाते हुए अपराधियों के पीछे दौड़ पड़ा. उसने दो अपराधियों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया था.