सूरत के चाय बेचने वाले करोड़पति फायनेंसर किशोर भजियावाला को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है. ईडी ने काले धन से जुड़े मामले में किशोर भजियावाला को गिरफ्तार किया है.
किशोर भजियावाला को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां ईडी किशोर की रिमांड की मांग करेगा. गौरतलब है कि चाय बेचने वाले करोड़पति फायनेंसर किशोर भजियावाला का खजाना देखकर आयकर विभाग और ईडी के अधिकारी हैरान रह गए थे. जांच एजेंसियों ने भजियावाला के काले खजाने के खिलाफ कई दिनों तक की गई कार्रवाई में अरबों रुपयों की संपत्ति का खुलासा किया था.
टीम को भजियावाला के घर और लॉकर्स में एक करोड़ दो लाख रुपये की नई करेंसी, कई किलो सोना-चांदी, किलो के हिसाब से हीरे जड़ित जेवरात समेत अरबों रुपयों की प्रॉपर्टी के दस्तावेज बरामद हुए थे. सूत्रों की मानें तो आयकर विभाग को भजियावाला के ठिकानों से जांच के दौरान ब्याज पर पैसे देने और अन्य वसूली आदि से जुड़े दस्तावेज भी मिले थे.
दस्तावेजों के मुताबिक, करोड़ों रुपयों को ब्याज पर देने और रुपयों की वसूली की बात सामने आई थी. सूरत के रहने वाले किशोर भजियावाला चाय बेचते-बेचते करोड़ों की संपत्ति के मालिक बन गए. आयकर विभाग के अधिकारियों ने किशोर भजियावाला की संपत्ति का आंकड़ा दो हजार करोड़ से भी पार होने की आशंका जताई थी.
नोटबंदी के बाद जब आयकर विभाग ने किशोर के ठिकानों पर दबिश दी तब जाकर करोड़पति किशोर भजियावाला के गोरखधंधों का पर्दाफाश हो सका. बता दें कि भजियावाला के पीपल्स, BOB और HDFC समेत कुल 30 खाते सामने आए थे. 8 नवम्बर के बाद इन सभी खातों में राशि जमा की गई थी. इसके लिए बकायदा भजियावाला ने सैकड़ों लोगों को इस काम में लगाया था.
किशोर के अन्य खातों और लॉकरों में भी लाखों रुपयों समेत बेशकीमती जेवरात जमा किए गए. जांच में पता चला है कि अधिकांश राशि चेक के जरिए एक बैंक से दूसरे बैंक खातों में भेजी गई. इस मामले में ईडी ने बैंक अधिकारियों की मिलीभगत की भी संभावनाएं जताई थी. फिलहाल आयकर विभाग और ईडी किशोर के दूसरे ठिकानों पर भी छापेमारी कर मामले की जांच में जुटा है.