3700 करोड़ रुपये के ऑनलाइन घोटाले की जांच में अब यूपी एसटीएफ के साथ-साथ आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी जुट गया है. जांच के दौरान ईडी ने घोटाले के आरोपी मास्टरमाइंड अनुभव मित्तल के 5 ठिकानों को सील कर दिया है.
3700 करोड़ रुपये के ऑनलाइन घोटाले में हर रोज चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. दरअसल ईडी ने अब खुलासा किया है कि ई-कॉमर्स कंपनी के लिए अनुभव साढ़े चार करोड़ रुपये दे चुका था. वहीं ईडी ने अनुभव की कंपनी के एक गोदाम में चीन से मंगवाए गए जूतों की कई पेटियां भी बरामद की हैं.
ईडी ने सेक्टर-64 स्थित अनुभव की कंपनी के गोदाम को भी सील कर दिया है. ईडी अनुभव के राजनगर स्थित दफ्तर, गोल्फ लिंक गाजियाबाद स्थित घर, कानपुर स्थित अनुभव की पत्नी आयुषी मित्तल के घर को सील कर चुकी है. इस मामले में आयकर विभाग कंपनी से जुड़े 8 बैंकों के कर्मियों के भी बयान दर्ज कर चुका है.
फिलहाल आयकर विभाग जल्द ही इस मामले में गिरफ्तार किए गए अनुभव मित्तल और उसके सहयोगियों के बयान दर्ज करेगा. मामले के तूल पकड़ते ही इसके नोएडा से जुड़े होने की वजह से नोएडा प्राधिकरण ने भी अब अनुभव की कंपनी की जांच शुरू कर दी है. शुरूआती जांच में खुलासा हुआ है कि नोएडा प्राधिकरण की अनुमति के बगैर नोएडा में कंपनी का दफ्तर खोला गया था.
ऑनलाइन कमाई के झांसे में आए लोग
बताते चलें कि यूपी एसटीएफ ने पिछले दिनों इस मामले का खुलासा तब किया था, जब घर बैठे ऑनलाइन कमाई के झांसे में आए कुछ लोगों ने पुलिस से शिकायत की थी. उन्होंने बताया था कि नोएडा के सेक्टर-63 में मौजूद एक कंपनी एब्लेज़ इन्फ़ो सॉल्यूशन ने उन्हें पांच हजार से लेकर साठ हजार तक रुपये इनवेस्ट करने की बात कही थी. इसके बदले में उन्हें दिए गए कुछ कंप्यूटर लिंक पर लाइक्स बटोरने थे. ऐसे हर लाइक पर उन्हें पांच रुपये मिलना तय किया गया था.
लाइक्स के नाम पर अरबों का घोटाला
लोगों का कहना था कि रुपये निवेश करने और लाइक्स बटोरने के बावजूद उन्हें रुपये नहीं मिले. इसके बाद जब एसटीएफ ने मामले की शुरुआती जांच की, तो शिकायत सही पाई गई. फिर तो जैसे-जैसे तफ्तीश आगे बढ़ी राज खुलते चले गए. पुलिस को पता चला कि अनुभव मित्तल और उसके साथियों ने मिलकर तकरीबन 6 लाख लोगों से करोड़ों रुपये हड़प लिए हैं. इसके बाद पुलिस ने एक साथ उसके कई ठिकानों पर छापेमारी की. कई दस्तावेज और 500 करोड़ रुपये सीज किए.
आयकर विभाग ने सीज किए 14 खाते
आयकर विभाग ने इस कंपनी के 14 खाते सीज किए हैं. इनमें एक साल में 4 हजार करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है. आयकर विभाग और ईडी ने गाजियाबाद और कानपुर में छापेमारी की है. गाजियाबाद में आरोपी का घर है, जबकि कानपुर में उसकी ससुराल है. कंपनी के सारे कंप्यूटर और हार्ड डिस्क पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिए हैं. पुलिस को शक है कि इस महाठगी में कुछ बैंक अफसरों की भी मिलीभगत है. इस मामले का किंगपिन अनुभव मित्तल फिलहाल अपने सहयोगियों के साथ जेल में है.