जासूसी रैकेट का खुलासा होने के बाद इस मामले में सबसे अहम कड़ी माना जा रहा जोधपुर निवासी शोएब दिल्ली पुलिस और खुफिया एजेंसियों की गिरफ्त में आ गया है. दिल्ली पुलिस की कई टीम सरगर्मी से शोएब की तलाश में जुटी थी. जिसके बाद दिल्ली से जोधपुर आ रहे शोएब को पुलिस ने मेड़ता रोड रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया.
जटिया बास निवासी शोएब जोधपुर में लोगों के पासपोर्ट बनवाने के साथ ही हनी ट्रैप में इस्तेमाल के लिए लड़कियों की भी तलाश करता था. दरअसल शोएब ऐसी लड़कियों की तलाश में रहता था जो पाकिस्तान जाना चाहती थी लेकिन किसी वजह से उन्हें पाकिस्तान का वीजा नहीं मिल पाता था.
पासपोर्ट-वीजा के काम के दौरान ही शोएब पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारी महमूद अख्तर के संपर्क में आया था. इस मामले में गिरफ्त में आए नागौर के मौलाना रमजान को सबसे पहले शोएब ने अपने जाल में फंसाया था. मौलाना ने पैसों के लालच में ही सुभाष जांगीड़ को भी अपने साथ जोड़ लिया था.
दरअसल शोएब से पूछताछ में पुलिस को पता चल पाएगा कि उसने अब तक कितने लोगों को महमूद अख्तर से मिलवाया हैं. बताते चलें कि शोएब दो दिन पहले महमूद अख्तर से मिलने के लिए दिल्ली गया था. महमूद से मुलाकात नहीं होने के कारण वह आज सुबह दिल्ली से वापस जोधपुर लौट रहा था. इसी दौरान दिल्ली पुलिस और खुफिया एजेंसी के अधिकारियों ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
गौरतलब है कि शोएब रमजान और सुभाष के 25 तारीख को दिल्ली आया था. शोएब चिड़ियाघर ना जाकर दिल्ली के शांति कुंज होटल में ही रुक गया था. जब शोएब को अपने साथियों की गिरफ्तारी की जानकारी मिली तो शोएब होटल से भाग खड़ा हुआ. गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को शोएब के पास से एक टैबलेट और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं.
साथ ही पुलिस को उसके पास से पाकिस्तान हाई कमीशन में एंट्री का एक विजिटर कार्ड भी मिला है. पुलिस के मुताबिक, शोएब राजस्थान और गुजरात बॉर्डर पर तैनात सेना और बीएसएफ से जुड़ी अहम जानकारियां रमजान और सुभाष को देता था. जिसके बाद यह जानकारी महमूद अख्तर तक पहुंचाई जाती थी.
शोएब की गिरफ्तारी पर दिल्ली के ज्वाइंट सीपी रवींद्र यादव ने कहा कि शुरूआती जांच में पता चला है कि शोएब के कुछ रिश्तेदार पाकिस्तान में भी रहते हैं. शोएब अभी तक 6 बार पाकिस्तान जा चुका है. गिरफ्तारी के दौरान शोएब के पास से एक टैबलेट और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं. गिरफ्तारी के दौरान शोएब ने टैबलेट तोड़ने की भी कोशिश की.
फिलहाल टैबलेट में मौजूद जानकारी को रिकवर करने की कोशिश की जा रही है. ज्वाइंट सीपी रवींद्र यादव के मुताबिक, पुलिस पूछताछ में शोएब कई चौंकाने वाले खुलासे कर सकता है.