बिहार में विधानसभा चुनावों की तैयारी चल रही है. गठबंधन में पार्टियों की डील करीब करीब पूरी हो चुकी है. टिकट बंटवारा भी चल रहा है, लेकिन इन सबके बीच एक काला कारोबार भी चल रहा है. चुनाव बिहार में है, लेकिन ये खेल चल रहा है दिल्ली से. जी हां, आजतक ने चुनावों में हो रहे इस सबसे बड़े खेल का बड़ा खुलासा किया है. इसमें काले कारोबार के खिलाड़ी दिल्ली में बैठे-बैठे बिहार विधानसभा चुनाव का पासा पलटने की साजिश रच रहे हैं.
पुरानी दिल्ली की तंग गलियों में बहुत बड़ा गेम हो रहा है. ऐसा गेम, जो बिहार चुनावों में बाजी पलट सकता है. चुनाव बिहार में हो रहा है, लेकिन कई दलों और प्रत्याशियों की लाइफ लाइन पुरानी दिल्ली की इन तंग गलियों से गुजर रही है. बिहार चुनावों के बाजीगरों का काला कारोबार, इन गलियों से ही चलता है. यहां बैठे कुछ चेहेर दिल्ली में बैठकर बिहार चुनाव का रिमोट कंट्रोल अपने हाथों में थामे हुए हैं.
ये लोग बिहार विधानसभा के चुनाव में अहम भूमिका निभा रहे हैं. इनकी एक हरकत पर दिल्ली से लेकर पटना तक डोलता है. बिहार के नेता, बिहार में चुनाव लड़ रही तमाम पार्टियां इनकी तलबगार हैं. ये काले कारोबारी बिहार विधानसभा चुनावों के भाग्यविधाता बन रहे हैं. किस कदर चल रहा है, इनका कारोबार, सच से परदा उठते ही आप भी सन्न रह जाएंगे.
बिहार विधानसभा चुनावों में जिस कदर गला काट जोर आजमाइश चल रही है, उसमें धनबल जरूरी हो गया है. यही वजह है कि हवाला के जरिए करोड़ों की ब्लैक मनी दिल्ली से बिहार जा रही है. चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद कोई भी शख्स 50 हजार रुपये से ज्यादा कैश लेकर कहीं नहीं जा सकता, लेकिन काले धन के काले कारोबारी करोड़ों रुपये का कैश पल भर में इधर से उधर कर दे रहे हैं.
हवाला के काले कारोबार का बहुत बड़ा खिलाड़ी एसके गुप्ता है. दिल्ली के पॉश इलाके लाजपतनगर में इसका करोड़ों का कारोबार है. करोड़ों की रकम हवाला के जरिए इधर से उधर करना इसके लिए चुटकियों का खेल है. पढिए, आजतक के संवाददाता और हवाला डीलर की पूरी बातचीत.
ऑपरेशन ब्लैक
हवाला डीलर- मैं दो बात करूंगा उसके बाद आप जैसा कहोगे मैं करूंगा.
रिपोर्टर-ठीक है.
हवाला डीलर- आप वहां हमारा नोट भेजो.
रिपोर्टर- ठीक है.
हवाला डीलर- वो मिलाएगा...आपको उसके हिसाब से उठाने हैं पैसे.
रिपोर्टर- ठीक है.
हवाला डीलर- उसके ऑफिस से उठा लो. चांदी वाला है. अपना चांदी का काम है. चांदी का व्यापार है. अपना सिक्का चलता है. आपको वो दे देंगे. आप जाओ. वहां से नोट गिनकर. अपनी मशीन लगा रखी है. बोरी में डालो. कैसे. उसके बाद हमारा कोई लेना देना नहीं. चाहे आप पकड़े जाए नोट आपके. चाहे आपके इलेक्शन में जाएं. हमारा नाम नहीं आना चाहिए.
रिपोर्टर- ये मैं क्लियर करना चाह रहा हूं. देखिए हमारे भाई साहब हैं. पार्टी से जुड़े हुए हैं.
हवाला डीलर- सर, मुझे कोई लेना-देना नहीं है. चाहे कोई पार्टी में हो. चाहे कोई डकैत हो. कोई. मुझे मतलब ही नहीं. मेरा काम है मैंने आपको दिया. मैं जानता ही नहीं आपको. सीधी सी बात है. आपको दिया. उधर दिया. मैं वो नहीं जानता आप कौन हैं.
रिपोर्टर- वही...होना भी यही चाहिए.
रिपोर्टर- देखिए एक महीने का इलेक्शन है. कई फेज में है और कई फेज में पैसा जाएगा.
हवाला डीलर- आपको पता है कल भी पैसा गया है. बीजेपी का भी और ऐसा है सारे बिहार में जगह-जगह रखवा दिए गए हैं. ये तो आप अभी भेज रहे हो कुछ भी नहीं है. वहां बहुत ज्यादा पैसा पहुंच गया है. अब जगह-जगह पैसा रखवाया जा रहा है. कहां से. क्योंकि उधर ट्रांजैक्शन हो नहीं सकती. तो क्या है. मैं डिस्क्लोज नहीं करूंगा.
रिपोर्टर- अब तो हर पार्टी यहां से भिजवा रही पैसा.
हवाला डीलर- सब भिजवा रहे हैं. जा ही उसी के लिए रहा है. इसीलिए हम परसेंटेज ज्यादा ले रहे हैं. रिस्क ज्यादा है.
हवाला कारोबारी एसके गुप्ता बहुत भरोसे के साथ करोड़ों का वारा न्यारा करने का दावा कर रहा है. एसके गुप्ता ही नहीं, इसके जैसे तमाम हवाला डीलर अब बिहार विधानसभा चुनावों में सक्रिय हो चुके हैं. करोड़ों का काला धन इनके जरिए दिल्ली से बिहार भेजा जा रहा है. इस काले कारनामे से परदा उठाने के लिए आजतक की खुफिया टीम एक पार्टी का कार्यकर्ता बनकर इनसे मिली थी.