दिल्ली पुलिस ने विभिन्न कंपनियों के ग्राहकों का पर्सनल डाटा चोरी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर्स के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. दिल्ली पुलिस ने नोएडा, फरीदाबाद, गाजियाबाद सहित दिल्ली एनसीआर के कई हिस्सों में जबरदस्त छापेमारी की और पर्सनल डाटा चोरी करने के आरोप में 105 लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तार आरोपियों में इन फर्जी कॉल सेंटर्स का संचालन करने वाले 10 मुख्य आरोपी भी शामिल हैं, जिनमें एक महिला भी है. इन मुख्य आरोपियों को तो जेल भेज दिया गया, हालांकि अन्य 95 आरोपियों को पर्सनल बांड पर रिहा कर दिया गया है.
दिल्ली एसटीएफ की साइबर क्राइम टीम ने बताया कि आरोपियों के पास से 15 मोबाइल, दो लैपटॉप, चार डेस्कटॉप और भारी मात्रा में कस्टमर के पर्सनल डाटा वाली फाइलें बरामद की गई हैं.
पुलिस के मुताबिक, ये अभियुक्त कई कंपनियों से डाटा चोरी कर कस्टमर्स को गुमराह कर अपने जाल में फंसाते थे.
पुलिस ने बताया कि फर्जी कॉल सेंटर के जरिए नए-नए बीमा पॉलिसी और भारी डिस्काउंट पर जनता को सेवा मुहैया कराना और प्रॉडक्ट बेचना इनका काम है, जिसके चलते लोग इनके जाल में आसानी से फंस जाते थे. एक बार ग्राहक फंस जाए तो ये आरोपी बड़ी आसानी से उन्हें ठग लेते थे.
कई कंपनियों की शिकायत पर एसटीएफ ने ये कार्रवाई की. एसटीएफ अधिकारी त्रिवेणी सिंह के मुताबिक, इस तरह के कॉल सेंटर्स नोएडा, दिल्ली, ग़ाज़ियाबाद, फरीदाबाद, समेत पूरे एनसीआर में फैले हुए हैं. शुक्रवार को कार्रवाई में इन फर्जी कॉल सेंटर्स को ही निशाना बनाया गया.
उन्होंने बताया कि ये फर्जी कंपनियां इंश्योरेंस बेचने और हाई रिटर्न पर इन्वेस्टमेंट का झांसा देकर फर्जीवाड़ा करती थीं. जब इसकी शिकायत पुलिस को मिली तो साइबर क्राइम टीम ने इसकी जांच शुरू की और पूरी जानकारी जुटाने के बाद ये कार्रवाई की गई.