यूपी के मेरठ छावनी स्थित आर्मी अस्पताल से सेना ने एक फर्जी कैप्टन को रंगे हाथों पकड़ लिया. आरोपी के खिलाफ सेना की तरफ से धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया है. फर्जी कैप्टन सैन्य अस्पताल में गया था. उसकी कार पर आर्मी लिखा हुआ था. गेट पर आईडी कार्ड देखकर अंदर प्रवेश तो मिल गया, लेकिन उसकी कार्यशैली पर सबको शक हुआ. इसके बाद उसकी जांच की गई, तो खुलासा हुआ कि वह फर्जी है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
एएसपी कैंट सिद्धार्थ ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह गंगानगर का रहने वाला है. उसका नाम अंकुर शर्मा है. इसके पास से सेना का फर्जी परिचय पत्र भी मिला है. सेना के अफसरों ने उससे घंटों पूछताछ की, जिसके बाद उसको थाने भेज दिया गया. पुलिस ने उसको लॉकअप में डालकर आगे की कार्रवाई कर रही है. इसके साथ ही इस पूरे मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है. पुलिस ने उसकी वर्दी को सील कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक, पुलिस के पूछताछ में आरोपी अंकुर ने बताया कि उसने बांबे बाजार के भारत टेलर से वर्दी सिलाई है. वर्दी पर लगाने वाले बैंच भी वहीं से खरीदे हैं. अंकुर की गिरफ्तारी के बाद सेना और पुलिस में हड़कंप मच गया है. इंटेलीजेंस और एसटीएफ भी इस मामले की जांच में जुट गई है. शक है कि कहीं अंकुर फर्जी कैप्टन बनकर भारतीय सेना की गोपनीय जानकारी तो हासिल नहीं कर रहा था. हर पहलू को ध्यान पर रखकर जांच जारी है.