छत्तीसगढ़ के बालौदा बाजार जिले में पुलिस ने एक ऐसे रैकेट का पर्दाफाश किया है, जो सौ, पांच सौ और दो हजार के नकली नोट छापकर ग्रामीण इलाकों में चला रहे थे. इस रैकेट की पोल सौ रूपये के एक नकली नोट से खुली. पुलिस ने इस संबंध में सात लोगों को गिरफ्तार किया है.
बालौदा बाजार जिला पुलिस ने ग्राम दलदली के पास वाटर डैम में जुआ खेल रहे कुछ लोगों को पकड़ा था. उनके पास से बरामद रकम को गिनती के बाद अदालत में पेश करने की प्रक्रिया शुरू हुई. इस दौरान पुलिस को कुछ नोट देखकर शक हुआ. पुलिस ने नोटों की जांच कराई. इसके बाद जाली नोट का राज खुल गया.
इसके बाद पुलिस ने 30 वर्षीय भगवत को पकडा. उसके कब्जे से 10 हजार रुपये के नकली नोट बरामद हुए. जिनमें सौ, पांच सौ और दो हजार के नकली नोट शामिल थे. भगवत की निशानदेही पर पुलिस ने जांजगीर चांपा जिले के ग्राम कुरियारी निवासी दुहराम, जिला कोरबा निवासी अजय खूटे और तेजस्वनी बंजारे को गिरफ्तार कर लिया.
अजय खूटे ही के कम्प्यूटर और स्कैनर की मदद से नकली नोट प्रिंट करता था. उसके पास से सौ, पांच सौ और दो हजार के नकली नोट बरामद हुए हैं. जो लगभग 50 हजार रुपये हैं. पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने नकली नोट छापने का सामान अलग-अलग ठिकानों में रखा हुआ था.
पुलिस ने उनके पास से कुल मिलाकर एक लाख 51 हजार सात सौ रुपये बरामद हुए हैं. इसके अलावा कंप्यूटर स्कैनर और कलर प्रिंटर भी जब्त किया गया है. इस गोरखधंधे में शामिल सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस के मुताबिक ये लोग भोले भाले ग्रामीणों के बीच ये नोट चलाते थे.