नकली आईएफएस बन कर असली आईपीएस से ठगी की कोशिश, एक महिला को मंहगा पड़ गया. नोएडा पुलिस ने एक ऐसी महिला और उसके पति को गिरफ्तार किया है. महिला सालों से नकली आईएफएस अधिकारी बन कर, कार पर नीली बत्ती लगा कर घूमा करती थी,और अब अपने पति के साथ सलाखों के पीछे पहुंच गई है.
23 मार्च नोएडा के एसएसपी के मोबाइल पर एक फोन आया. फोन करने वाली महिला ने अपना नाम जोया खान बताया और कहा कि वो आईएफएस अधिकारी है और फिलहाल भारत सरकार के विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर तैनात है. महिला ने यूनाईटेड नेशन्स सिक्योरिटी काउंसिल आर्गेनाईजेशन की फर्जी ईमेल एड्रेस Securitychief@unitednationsscecuritycouncil.org से पुलिस के अधिकारियों को मेल किया और खुद के लिए सुरक्षा की मांग की. एसएसपी को महिला पर शक हो गया और एसएसपी ने तुरंत जांच के लिए एक टीम बना दी. पुलिस ने विदेश मंत्रालय में पता किया तो वहां पर उन्हें इस नाम का कोई अधिकारी नहीं मिला. इतना ही नहीं जब ईमेल की जांच की गई तो पता लगा कि वो भी सरकारी नहीं है बल्कि सरकारी सा दिखने वाला ईमेल है.
जब पुलिस ने जांच शुरु की तो एक-एक कर सच सामने आने लगा. जांच को पूरा कर, सारे सबूत जुटाने के बाद पुलिस ने फर्जी आईएफएस अधिकारी जोया खान और उसके पति हर्ष प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इनके पास से दो लग्जरी गाड़ियां मर्सडीज और एक्सयूवी 500 भी बरामद की है. एक गाड़ी पर बकायदा नीली बत्ती लगी थी साथ में यूनाईटेड नेशन का जाली लोगो भी लगा था. इसके अलावा पुलिस ने इनके पास से जाली आईकार्ड, तीन एंड्रॉयड मोबाईल फोन, दो लैपटॉप, एप्पल और लेनेवो का मैक बुक और एक पिस्टल सा दिखने वाला लाइटर और दो वॉकी-टॉकी बरामद किया है. पुलिस ने दोनों पति पत्नी के खिलाफ 419, 420,407,468, 471 एवं 66 डी आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. नकली आईएफएस महिला ने अपने मोबाइल में अवाजा बदलने वाला ऐप डाउनलोड कर रखा था जिससे वो खुद ही किसी अधिकारी को फोन करती तो अवाजा आदमी करके खुद को आईएफएस अधिकारी का पीए अनिल बताती, और सुरक्षा की मांग करती थी.
नोएडा में दोनों पति पत्नी गौर सिटी 2 में रहते थे और दोनों मेरठ के रहने वाले हैं. जोया का पति हर्ष प्रताप सिंह आईएएस की तैयारी कर रहा था. पुलिस अब इस बात का पता लगा रही है कि दोनों ने इतनी शानों-शौकत किस तरह से जुटाई थी. पुलिस को अंदेशा है कि आईएफएस अधिकरी बन कर महिला ने अलग-अलग प्रशासनिक अधिकारियों को फोन करके लाभ कमाया है, जिसकी जांच की जा रही है.