आपको स्पेशल-26 फिल्म तो याद होगी, किस तरह से उसमें फिल्म के मुख्य किरदार सीबीआई के नकली ऑफिसर बन कर रेड करते हैं और बड़ी ही सफाई से लाखों-करोड़ों के माल पर हाथ साफ कर वहां से रफूचक्कर हो जाते हैं. दरअसल इसी फिल्म की तर्ज पर दिल्ली में फर्जी इनकम टैक्स ऑफिसर के साथ आए सब-इंस्पेक्टर ने एक ऑफिस में रेड की और 20 लाख रुपये की नई करंसी लेकर दोनों वहां से चंपत हो गए.
पुलिस के मुताबिक, कारोबारी ललित वाधवा से अपने पुराने नोट एक्सचेंज करवाने के लिए साउथ दिल्ली के प्रॉपर्टी डीलर विकास वशिष्ठ से संपर्क किया था. 24 लाख रुपये के पुराने नोटों के बदले 20 लाख रुपये की नई करंसी देने पर बात तय हुई. जिसके बाद 13 दिसंबर को विकास अपने दो सहयोगियों (एक महिला मित्र) के साथ 20 लाख की नई करंसी लेकर ललित वाधवा के दफ्तर पहुंचा.
कथित तौर पर विकास के साथ आए दोनों लोगों की पहचान एसबीआई की संसद मार्ग ब्रांच के कर्मचारी और ब्यूटी पार्लर चलाने वाली महिला के तौर पर की गई. उसी दौरान खुद को इनकम टैक्स ऑफिसर बताने वाला एक शख्स पुलिस सब इंस्पेक्टर के साथ वाधवा के दफ्तर में दाखिल हुआ. सब-इंस्पेक्टर ने अपना आई-कार्ड दिखाते हुए नई करंसी को कब्जे में ले लिया और फिर दोनों ने वहां मौजूद लोगों से पूछताछ करना शुरु कर दिया. पूछताछ के बाद दोनों विकास के 20 लाख रुपये लेकर वहां से निकल गए.
वाधवा ने उन्हें रुपये वापस दिलवाने का भरोसा दिलाकर वापस भेज दिया. जिसके बाद विकास को एहसास हुआ कि उसके साथ ठगी हुई है. विकास ने सेक्टर-20 पुलिस स्टेशन में मामले की रिपोर्ट दर्ज करवाई. पुलिस ने ललित वाधवा को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पूछताछ में वाधवा ने अपना जुर्म कबूल लिया. उसने पुलिस को बताया कि उसने ही अपने साथियों के साथ मिलकर लूट का यह पूरा प्लान तैयार किया था.
वाधवा ने कहा सब-इंस्पेक्टर उसका परिचित है, जो वर्तमान में गाजियाबाद क्राइम ब्रांच में तैनात है. विकास से लूटे गए 20 लाख रुपये उसी के पास है. जानकारी के मुताबिक, आरोपी सब इंस्पेक्टर एसएसपी के नाम पर लाखों रुपये की उगाही के मामले में पहले भी चर्चा में आया था. फिलहाल पुलिस आरोपी सब इंस्पेक्टर और खुद को इनकम टैक्स ऑफिसर बताने वाले शख्स की तलाश में जुटी है. पुलिस ने इस मामले में एक बैंककर्मी को हिरासत में लिया है. मामले की सूचना इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को दे दी गई है.