दिल्ली के प्रीत विहार पुलिस स्टेशन में टेबल पर रखे इस काले रंग के हेलमेट ने कई महीनों से पुलिस की नाक में दम कर रखा था. इस काले रंग के हेलमेट की तलाश में दिल्ली पुलिस की कई टीम महीनों से सड़कों की खाक छान रही थीं. इस हेलमेट के चक्कर में पिछले एक महीने से दिल्ली के चप्पे-चप्पे पर नाकाबंदी कर बाइकर्स की चेकिंग भी की जा रही थी. आखिरकार, कड़ी मेहनत के बाद काले रंग का ये हेलमेट अब पुलिस के हाथ लग ही गया.
ऐसा क्या खास है इस हेलमेट में
जाहिर है कि इस हेलमेट को लेकर अब आपके मन में कई सवाल भी उठ रहे होंगे. आप सोच रहे होंगे कि इस हेलमेट में ऐसा क्या बात है कि पूरी दिल्ली पुलिस इसकी तलाश में जुटी थी. दरअसल आम-सा दिखने वाला काले रंग का ये हेलमेट एक खास गैंग के लिए एक्सटॉर्शन मतलब जबरन उगाही का बड़ा हथियार बन चुका था. जिसके टारगेट पर दिल्ली की सड़कों और रेड लाइट्स पर तैनात ट्रैफिक पुलिस कर्मी होते थे.
गैंग के काम करने का तरीका उड़ा देगा होश
पुलिस के मुताबिक, काले रंग के इस हेलमेट में एक स्पाई कैमरा फिट किया गया है. ये गैंग सड़कों पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को जबरन रिश्वत की पेशकश करता था और जैसे ही कोई इनके जाल में फंसता, हेलमेट में लगे खुफिया कैमरे में कैद हो जाता. इसके बाद पुलिसवालों से जबरन उगाही का खेल शुरू हो जाता था. पुलिस के अनुसार कई बार ये गैंग ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को चालान के पैसे लेते कैमरे में कैद करता और फिर उसे अपने तरीके से एडिट कर पुलिसकर्मियों को उगाही के लिए धमकाता था.
पुलिस ने कैसे पकड़ा नकली पत्रकारों के गैंग को...
पिछले कई महीनों से दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की तरफ से इस गैंग की शिकायतें आ रही थीं, जिसके बाद इस गैंग पर नजर रखनी शुरू की गई. इस गैंग का दिल्ली ट्रैफिक पुलिस को अपने जाल में फंसाने का तरीका भी एक दम नायाब था. पहले ये गैंग बाइक पर स्पाई कैमरे वाले इस हेलमेट को लगता फिर किसी रेड लाइट का सिग्नल तोड़ता, जैसे ही वहां मौजूद पुलिस कर्मी उन्हें पकड़ता, ये अपना खेल शुरू कर देते थे.
मंगलवार रात भी इस गैग के 2 गुर्गे रंजीत और शाहरुख प्रीत विहार इलाके में तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को अपने जाल में फंसाने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन पुलिसवालों को इन पर शक हो गया. जैसे ही इनसे हिरासत में लेकर पूछताछ हुई, तो जबरन उगाही के इस खेल का पर्दाफाश हो गया. दिल्ली पुलिस ने फर्जी पत्रकारों के इस गैंग से 1 हेलमेट, 2 स्पाई कैमरे, बड़ी संख्या में बटन कैमरे और कुछ विजिटिंग कार्ड्स बरामद किए हैं. पुलिस अब इन दोनों की निशानदेही पर, न सिर्फ गैंग के फरार सदस्यों की तलाश कर रही है, बल्कि इनके गुनाह का काला चिट्ठा भी खंगाल रही है.