छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के छुरीकला इलाके में लंबे समय से आर्थिक तंगी की मार झेल रहे एक परिवार के चार सदस्यों ने पहले जहर पिया और कुछ देर बाद दो बहनों ने छोटा भाई केसाथ कुएं में छलांग लगा दी. आवाज सुनकर लोग तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे. लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. दो बहनों की मौत हो गई. भाई और मां को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, कोरबा जिले के छुरीकला इलाके में सोमवार रात साढ़े दस बजे कुएं से छलांग की आवाज सुनकर लोग भागे चले आए. लोगों आकर देखा कि दो लड़कियां और एक लड़का पानी में तड़प रहे हैं. वहां की हालत देख लोगों की आंखें फटी की फटी रह गईं. आनन-फानन में तीनों को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक 25 साल की रानू और 22 साल की रश्मि की मौत हो चुकी थी. 20 साल के शुभम की सांसे चल रही थी.
तंगी की वजह से खाया जहर
लोगों ने तुरंत शुभम और उसकी 40 साल की मां सरोज अग्रवाल को अस्पताल में दाखिल कराया. बताया जा रहा है कि 10 साल पहले सरोज के पति नवल अग्रवाल की मौत हो गई थी. परिवार ने जैसे-तैसे जिंदगी की गाड़ी खींची, लेकिन दो साल पहले सरोज भी लकवा ग्रस्त हो गई. ऐसे में भरण-पोषण के अलावा इस परिवार पर दवाइयों के खर्च ने मुश्किलें बढ़ा दी. आर्थिक मार से परिवार ने सामूहिक आत्महत्या का फैसला ले लिया.
रिश्तेदारों ने भी नहीं की मदद
पुलिस ने बताया कि स्थानीय लोगों की सूचना के बाद तुरंत शुभम और उसकी मां को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. दोनों बहनों के शव को पोस्टमार्ट के लिए भेजा गया है. रिपोर्ट आने के बाद ही असलीयत सामने आ पाएगी. मृतक के रिश्तेदारों से भी पूछताछ की जा रही है. वहीं, इस घटना के बाद लोग हैरत में है, क्योंकि सरोज के रिश्तेदार काफी धनी हैं, लेकिन किसी ने मदद नहीं की थी.