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फरीदाबाद में एक और 'बुराड़ी कांड', परिवार के 4 लोगों ने की खुदकुशी

फरीदाबाद में एक ही परिवार के 4 लोगों ने आत्महत्या कर ली. पुलिस ने मौके से सुसाइड नोट बरामद किया है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

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फरीदाबाद के दयालबाग कॉलोनी में एक ही परिवार के 4 लोगों ने खुदकुशी कर ली है. खुदकुशी करने वालों में तीन बहनें और एक भाई है. पुलिस ने मौके से सुसाइड नोट बरामद किया है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.

आपको बता दें कि इसी तरह की घटना दिल्ली के बुराड़ी में भी हुई थी, जहां पर एक ही परिवार के 11 लोगों ने आत्महत्या कर ली थी. बुराड़ी कांड ने देश को हिला के रख दिया था.

पुलिस को लटकी हुई मिली लाशें

दयालबाग कॉलोनी के जिस घर में चारों ने आत्महत्या की वहां पर पुलिस लोगों की सूचना पर पहुंची. मौके पर पहुंची पुलिस को 3 बहन मीना, नीना, जया और इनके भाई प्रदीप की लटकी हुई लाश मिली. साथ ही पुलिस को शव के पास से 18 अक्टूबर को लिखा एक सुसाइड नोट मिला है. शव के पास से जो सुसाइड नोट मिला है उसके मुताबिक परिवार आर्थिक तंगी की वजह से परेशान था.

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पुलिस के मुताबिक बहनों की उम्र 30 से 40 साल के बीच है जबकि उनका भाई प्रदीप करीब 30 साल का था. तीनों बहनें और भाई के पिता की पहले ही मौत  हो चुकी थी. वहीं 5 महीने पहले मां की मौत भी हो गई थी और करीब 15 दिन पहले एक भाई की भी मौत हो गई थी. इस वजह से परिवार डिप्रेशन में था. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच हर एंगल से की जा रही है.

क्या लिखा है सुसाइड नोट में...

पुलिस को जो सुसाइड नोट मिला है उसमें लिखा गया है कि मां बाप और भाई की मौत के बाद खुद को अकेला महसूस कर रहे थे. मां और भाई की मौत के बाद पिता अकेला महसूस कर रहे थे. और इसी वजह से उन्होंने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.

(फोटो-पुनीत शर्मा)

उन्होंने लिखा कि जिन लोगों ने उनकी मदद की है उनका कर्जा घर में रखे सामान को चैरिटी में देकर पूरा की जाए. कुछ पैसा बचाकर चर्च के फादर और सिस्टर को दान स्वरूप दे दिया जाए. उन्होंने भी उनकी मदद की थी. क्यूआरजी हॉस्पिटल के डायलासिस  विभाग में  काम कर रहे आरिफ और अरविंद  ने भी इनकी मदद की.

इन्होंने अपनी मोटरसाइकिल अपने मृतक भाई संजू के दोस्त उपेंद्र को देने के लिए लिखा है जिसने इनकी काफी मदद की. होटल राजहंस के कुछ कर्मचारियों ने भी इनकी मदद की है. सभी मदद करने वालों को उन्होंने धन्यवाद लिखा है. बता दें कि होटल राजहंस में इनकी मां काम करती थीं. वह रिटायर हो चुकीं थीं. इन चारों ने अपना अंतिम संस्कार बुराड़ी कब्रिस्तान में की जाने की इच्छा जताई है.

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