यूपी के अलीगढ़ के थाना क्वार्सी इलाके में स्थित जीवन अस्पताल में छापा मारकर पुलिस ने लिंग परीक्षण करने वाले एक डॉक्टर दंपति को धर दबोचा. पुलिस भ्रूण जांच मशीन और केबिन सीज कर आरोपी डॉक्टर दंपति को लेकर थाने आई, लेकिन इसी बीच बीजेपी के दो विधायक आ गए. उनके दबाव के चलते पुलिस को आरोपी दंपति को छोड़ना पड़ा.
जानकारी के मुताबिक, राजस्थान सरकार के प्री कंसेप्शन एंड प्री-नैटल डायग्नोस्टिक टेक्नीक सेल (पीसीपीएनडीटी) को सूचना मिली थी कि अलीगढ़ के थाना क्वार्सी इलाके के विष्णुपुरी में स्थित जीवन अस्पताल में लिंग जांच का काम किया जा रहा है. स्थानीय पुलिस के सहयोग से पीसीपीएनडीटी टीम ने छापा मारकर इस गैर कानूनी काम का पर्दाफाश कर दिया.
पुलिस और पीसीपीएनडीटी टीम जीवन अस्पताल के डॉ. जयंत शर्मा और उनकी पत्नी को अल्ट्रासाउंड मशीन के साथ थाने लेकर गई. इसी बीच दो विधायक संजीव राजा और अनिल पाराशर थाने पहुंच गए. दोनों विधायक आरोपी डॉक्टर की सिफारिश में करीब डेढ़ बजे तक थाने बैठे रहे. संजीव राजा शहर से विधायक हैं, तो अनिल कोल क्षेत्र से विधायक हैं.
पीसीपीएनडीटी टीम आरोपी डॉक्टर को अपने साथ ले जाना चाहती थी, लेकिन विधायकों के दवाब और कुछ कानूनी अड़चन के चलते उनको केवल डॉक्टर को नोटिस थमा कर जाना पड़ा. पीसीपीएनडीटी के नवीन जैन ने बताया कि एक दलाल महेश कुमार गर्भवती महिलाओं को लिंग जांच के लिए उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में ले जाया करता था.
इस सूचना की पुष्टि करवाई गई. सच्चाई पता चलते ही एक टीम बनाई गई. टीम ने एक गर्भवती महिला को 30 हजार रुपये देकर दलाल के पास भेजा. दलाल महिला को लेकर विभिन्न रास्ते बदलते हुए अलीगढ़ पहुंचा. महिला को लेकर जीवन अस्पताल गया, जहां महिला डॉक्टर ने जैसे ही जांच शुरू की पीसीपीएनडीटी की टीम ने रंगे हाथ पकड़ लिया.