एक फिल्मी डायलॉग अक्सर लोगों की जुबान पर होता है. एक मच्छर आदमी को हिजड़ा बना देता है. ये डायलॉग फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर पर फिल्माया गया था. लेकिन असल जिंदगी में भी यह डायलॉग कारगर साबित हुआ है. एक कुख्यात महिला नक्सली मलेरिया की बीमारी होने के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस के हत्थे चढ़ गई. इसके सिर पांच लाख का इनाम था.
जानकारी के मुताबिक, इस महिला नक्सली ने पुलिस और सुरक्षा बलों की नाक में दम कर रखा था. उसने कई वारदातों को अंजाम दिया था. खासतौर पर पुलिस पार्टी पर हमला, बारूदी सुरंगों से विस्फोट और बेगुनाहों को गोली मारने जैसे संगीन अपराधों में शामिल रही. इस कुख्यात महिला नक्सली का नाम लखे एक्का है, जो इस समय पुलिस हिरासत में है.
दंतेवाड़ा में पुलिस ने लखे एक्का को उस समय धर दबोच जब वो मलेरिया से पीड़ित होने के बाद एक अस्पताल में दवा लेने आई थी. इस अस्पताल में करीब माह भर से लखे का इलाज चल रहा था. वो अपना भेष बदल कर सामान्य आदिवासी महिला के रूप में भर्ती हुई थी. ठीक होने पर उसे छुट्टी दे दी गई थी, लेकिन दवा लेने के लिए उसे आना होता था.
बताते चलें कि लखे एक्का 14 साल की उम्र में ही नक्सली दल में शामिल हो गई थी. उसने हथियार चलाने की ट्रेनिंग लेने के बाद लंबे समय तक स्मॉल एक्शन टीम में काम किया. किसी बड़े नक्सली नेता या सेंट्रल कमिटी के मेंबर के बस्तर या राज्य के किसी भी हिस्से में आने पर वो उनकी हमराह बन जाती थी. पुलिस से उनकी हिफाजत करती थी.