यूपी के मथुरा में सोमवार की रात राजस्थान से शादी से पूर्व दी जाने वाली भेंट का सामान लेकर रिश्तेदारों को पकड़कर पुलिस द्वारा रातभर पीटने और थर्ड डिग्री का प्रयोग करने पर गुस्साएं ग्रामीणों ने पुलिस चौकी पर चढ़ाई कर दी. इसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा चौकी इंचार्ज सहित चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिए जाने के बाद मामला शांत हुआ.
ग्रामीणों को नेतृत्व कर रहे राष्ट्रीय लोकदल के नेता दीपक चौधरी ने बताया कि सोमवार की शाम भरतपुर के नगला पीता निवासी दिगंबर सिंह भात लेकर सौंख के निकटवर्ती गांव नगला रामसिंह में आए थे. रात करीब साढ़े नौ बजे चौकी प्रभारी सत्यवीर सिंह यादव साथी सिपाहियों बलराम और जरनैल सिंह के साथ उन्हें मारते-पीटते चौकी ले गए.
उन्होंने आरोप लगाया कि वे दोनों शराब पीकर दंगा कर रहे थे. आरोप है कि पुलिस वालों ने रात में उन्हें बुरी तरह मारा-पीटा. मंगलवार की सुबह जब इस घटना की जानकारी गांव के लोगों को मिली तो बड़ी संख्या में ग्रामीण पुलिस चौकी पर एकत्र हो गए. उनकी मांग पर पुलिस ने दोनों ग्रामीणों को छोड़ दिया. शरीर पर पिटाई के निशान देख ग्रामीण भड़क गए.
उन्होंने चौकी पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. कुछ ही समय में आसपास के थानों से भी पुलिस वहां पहुंच गई. लेकिन ग्रामीणों ने अपनी मांग मनवा कर ही दम लिया. सीओ सदर आरके गौतम ने बताया कि एसएसपी के आदेश पर चौकी इंचार्ज और चार सिपाहियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको फिलहाल पुलिस लाइन भेज दिया गया है.