फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने पेरिस हमलों के बाद आतंकी संगठन आईएसआईएस का खात्मा करने की कसम खाई है. और साथ ही देश में आतंकवाद से मुकाबले के लिए नए कड़े कदम उठाने और सीरिया में बमबारी तेज करने का वादा किया है.
आठ जिहादियों के आतंकी हमले के बाद फ्रांस और बेल्जियम ने दर्जनों संदिग्ध आतंकवादियों के ठिकानों पर छापेमारी की. जिनमें ब्रसेल्स में एक जाने माने कट्टरपंथी का ठिकाना भी शामिल है. समझा जाता है कि हमलावरों में से कुछ वहां रहे थे.
129 से ज्यादा लोगों की जान लेने वाले पेरिस हमले को ‘युद्ध की कार्रवाई’ करार देते हुए ओलांद ने पूरी दुनिया से आईएस को तबाह करने की लड़ाई लड़ने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि वह एक नई लड़ाई को लेकर अमेरिका और रूस के अपने समकक्षों के साथ वार्ता करेंगे.
वर्साय में संसद के दोनों सदनों को संबोधित करते हुए ओलांद ने कहा कि शुक्रवार को हुए हमले और युद्ध की कार्रवाई का फैसला और योजना सीरिया में बनायी गई थी. और इसकी तैयारी और टीम बनाने का काम बेल्जियम में किया गया था. इस हमले को फ्रांसीसी लोगों की मिलीभगत से पेरिस की धरती पर अंजाम दिया गया. उन्होंने कहा कि आईएस को खत्म करने की जरूरत पूरी अंतरराष्ट्रीय बिरादरी से जुड़ी है. उनके भाषण के बाद राष्ट्रगान गाते हुए कई सांसद भावुक हो गए.
ओलांद ने कहा कि सीरिया में आईएस के खिलाफ हमारी कार्रवाई क्षमता को तिगुना करने के लिए पूर्वी भूमध्यसागर में विमानवाहक पोत चार्ल्स दा गाउल को तैनात किया जाएगा. ओलांद ने साफ कर दिया कि अब वह आर पार की लड़ाई लड़ने का मन बना चुके हैं. जिसमें उनके साथी देश भी शामिल रहेंगे.
इनपुट- एएफपी