फ्रांस में एक युवक को पुलिस की शिकायत करना इस कदर महंगा पड़ गया कि उसे कई दिन अस्पताल में बिताने पड़े. पुलिस पर आरोप है कि उसने युवक के साथ मारपीट करते हुए उसका यौन उत्पीड़न किया. युवक के प्राइवेट पार्ट में भी गंभीर चोटें आईं हैं.
वाशिंगटन पोस्ट की खबर के मुताबिक, फ्रेंच युवक थियो (22 वर्ष) के साथ पुलिस द्वारा किए गए बर्बरतापूर्वक कृत्य के खिलाफ स्थानीय लोगों ने उग्र विरोध प्रदर्शन किया. गुस्साए लोगों ने जगह-जगह आगजनी की और कई वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया. हिंसक प्रदर्शन के बाद आरोपी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई.
एक आरोपी पुलिस अधिकारी के खिलाफ बलात्कार की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं तीन के खिलाफ प्रताड़ना का मामला दर्ज किया गया है. मामला बढ़ता देख फ्रांस के इंटीरियर मिनिस्टर ब्रुनो ली रॉक्स पीड़ित युवक थियो से अस्पताल में जाकर मिले. इस संबंध में मंत्री ने एक ट्वीट भी किया है.
पुलिस के उन अधिकारियों ने घटना पर सफाई देते हुए कहा कि घटना बलात्कार नहीं, बल्कि दुर्घटना थी. वाशिंगटन पोस्ट ने हफिंगटन पोस्ट के हवाले से लिखा है थियो ने बताया कि घटना उस वक्त की है जब उसने एक पुलिसकर्मी को एक व्यक्ति को थप्पड़ मारते हुए देखा और पुलिस के आला अधिकारियों से इसकी शिकायत की.
थियो के अनुसार इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया और उसे प्रताड़ित किया गया. थियो को जातिसूचक गालियां दी गई और उसके साथ मारपीट की गई. थियो का इलाज कर रहे डॉक्टर ने बताया कि जब थियो को अस्पताल लाया गया था तो वह पूरी तरह खून से लथपथ था. डॉक्टर के अनुसार, थियो के पूरे शरीर में गंभीर चोटें आईं हैं. थियो के प्राइवेट पार्ट (गुदा) में भी बहुत चोटें हैं.
गौरतलब है कि फ्रांस में थियो के साथ हुई ज्यादती के खिलाफ कई मानवाधिकार संगठन भी खड़े हो गए हैं और आरोपी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.