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झारखंड: जागरूकता फैलाने गईं पांच नाबालिगों से गैंगरेप

घटना के वक्त वे पलायन के खिलाफ एक जन-जागरूकता कार्यक्रम में हिस्सा लेने निकली हुई थीं. हैरानी की बात है कि घटना पर NGO के अधिकारियों तक ने चुप्पी साध ली है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

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नाबालिग बच्चियों से रेप के मामलों में केंद्र सरकार द्वारा फांसी का कानून बनाए जाने को जमीन पर कोई असर नहीं दिख रहा है. झारखंड की राजधानी रांची से एक जागरूकता कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाली 5 नाबालिग बच्चियों से गैंगरेप की रोंगटे खड़े कर देने वाली सनसनीखेज घटना सामने आई है.

बताया जा रहा है कि पांचों बच्चियां किसी NGO से जुड़ी हुई हैं और घटना के वक्त वे पलायन के खिलाफ एक जन-जागरूकता कार्यक्रम में हिस्सा लेने निकली हुई थीं. हैरानी की बात है कि घटना पर NGO के अधिकारियों तक ने चुप्पी साध ली है.

पुलिस ने बताया कि घटना रांची के खुंटी इलाके में सोमवार को घटी. मेडिकल में बच्चियों से रेप की पुष्टि हुई है. बताया जा रहा है कि घटना वाले दिन बच्चियां NGO के सदस्यों के साथ अड़की थाना क्षेत्र के कोचांग इलाके में पलायन के खिलाफ जागरूकता फैलाने निकली हुई थीं.

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इसी दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने NGO की पूरी टीम को अपना निशाना बनाया. बदमाशों ने NGO की कुछ अन्य महिला सदस्यों के साथ भी बदसलूकी की. NGO ने अगले दिन यानी मंगलवार को स्थानीय पुलिस से शिकायत की, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज करने से इनकार कर दिया.

इसके बाद NGO ने पुलिस मुख्यालय में शिकायत की. तब कहीं जाकर आला अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की. आला अधिकारियों तक मामला पहुंचते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया.

बुधवार को रांची के डिप्टी कमिश्नर और SP खुंटी थाना पहुंचे और खुद मामले की पड़ताल की. रांच जोन के DIG अमोल वेणुकांत भी खुटी थाना पहुंचे. रांची के SP अश्विनी कुमार सिन्हा ने बताया कि तीन लड़कों द्वारा चार-पांच लड़कियों के साथ दुष्कर्म की बात सामने आ रही है. लेकिन पूरी बात का पता विस्तृत जांच के बाद ही लग सकेगा.

पीड़ित बच्चियों में से एक का मेडिकल करवाया गया, जबकि अन्य बच्चियों से संपर्क बनाने की कोशिश की जा रही है. जानकारी के मुताबिक, अन्य पीड़िताएं अपने गांव वापस लौट चुकी हैं. पुलिस का कहना है कि खूंटी का यह इलाका नक्सल प्रभावित है और जिस इलाके में यह घटना हुई है, वो नक्सल संगठन PLFI का गढ़ है.

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साथ ही पत्थलगड़ी के चलते भी इलाके में पहले से तनाव  है. ऐसे में पुलिस भी इन इलाकों में जाने से परहेज करती है. फिलहाल इस मामले में किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.

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