खूंखार गैंगस्टर आनंदपाल भले ही एनकाउंटर में मारा गया हो, लेकिन उसके भाई रूपेंद्र सिंह उर्फ़ विक्की पर अब भी बदले का खून सवार है. बुधवार को विक्की ने अजमेर की हाई सिक्युरिटी जेल में एसओजी के सीआई सुर्यवीर सिंह राठौड़ पर हमला कर दिया. जेल में भी विक्की के हौसले इतने बुलंद है कि वह सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों को धमकी देता रहता है कि मैं भाई की मौत का बदला लूंगा.
बताया जा रहा है कि सूर्यवीर सिंह राठौड़ पर हमला करते समय भी वह चिल्लाता रहा कि, 'तूने मैरे भाई को मारा है'. हमले में राठौड़ की आंख पर चोटें आई हैं. बुधवार को रुपेंद्रपाल सिंह को जयपुर लाया गया. जहां उसे कोर्ट में पेश किया गया है. इसी दौरान उसने राठौड़ पर हमला कर दिया.
हथियार बंद जवानों का घेरा..
विक्की के हमले की सूचना मिलने पर अजमेर एसपी समेत आला अधिकारी जेल पहुंचे. हथियारबंद पुलिस जवानों की निगरानी में उसे रखा गया है. गौरतलब है कि विक्की से एसओजी इंस्पेक्टर सूर्यवीर सिंह राठौड़ ने ही आनंदपाल के ठिकाने राज उगलवाया था. जिसके बाद आनंदपाल का एनकाउंटर हुआ.
कौन है आनंदपाल...
आनंदपाल राजस्थान का कुख्यात गैंगस्टर था. उसका आतंक राजस्थान ही नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश, हरियाणा समेत कई राज्यों में था. उस पर हत्या, लूट समेत क्रिमिनल गैंग चलाने का आरोप था. आनंदपाल सिंह के एनकाउंटर पर सवाल उठाने वाले राजपूत करणी समाज के लोग उसे रॉबिनहुड मानते हैं. जबकि पुलिस रिक़ॉर्ड में वो इतना कुख्यात गैंगस्टर था कि अदालत को भी एक नहीं 6 बार उसे भगोड़ा घोषित करना पड़ा. एनकाउंटर से करीब डेढ़ साल पहले वो कैद से फरार हो गया था. उसकी तलाश में हजारों पुलिवाले लगे हुए थे. सिर पर हैट. आंखों पर चश्मा. चमकदार कोट. इर्द-गिर्द पुलिसवाले. जीते-जी दबंगई से रहने वाला गैंगस्टर आनंदपाल कानून का खासा जानकार लॉ ग्रेजुएट था. फर्राटेदार अंग्रेजी बोलता था. खुद पर लगे इल्ज़ामों को ये गैंगस्टर हमेशा एक राजनीतिक साजिश बताता था.