उत्तर प्रदेश के जिला गौतमबुद्धनगर के दादरी में पुलिस ने एक ऐसी महिला को गिरफ्तार किया है, जिसने सुपारी देकर अपने ही बेटे का हत्या करवा दी. कत्ल के आरोप में पुलिस ने महिला समेत कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों में महिला का दामाद भी शामिल है.
पुलिस के मुताबिक उन्हें पिछले 18 जून को दादरी के कोट गांव पुल के पास एक लाश मिली थी. हत्या गला रेत कर की गई थी. जब पुलिस ने केस की जांच शुरु की तो सबसे पहले मरने वाले की पहचान की गई, उसका नाम अंशुल था. अशुंल की उम्र महज 20 साल थी और वो पास ही में अपनी मां के साथ रहता था.
शुरुआत में पुलिस को केस से जुड़ा कोई सुराग नहीं मिला. अंशुल की किसी से दुश्मनी नहीं थी और लूटपाट भी नहीं हुई थी, इसलिए पुलिस को समझ नहीं आ रहा था कि अंशुल को मरकर किसे फायदा मिलता. इस बीच पुलिस को अंशुल की मां के अवैध संबंधों के बारे में जानकारी मिली.
पुलिस को पता लगा कि जहां अंशुल का घर था, वहीं पास के मंदिर के पुजारी के साथ अंशुल की मां के संबंध बन गए थे. ये बात धीरे-धीरे पूरे गांव में फैल गई थी. अंशुल को जब इसके बारे में पता लगा तो उसने अपनी मां को रोकने की कोशिश की लेकिन उसकी मां नहीं मानी. इस बात पर मां और बेटे के बीच अक्सर झगड़ा होने लगा.
इसके बाद जो हुआ उस पर यकीन करना मुश्किल है, पुलिस के मुताबिक जब बेटा मां के रास्ते का रोड़ा बनने लगा तो मां ने अपने बेटे को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली. इसके लिए उसने मंदिर के पुजारी से बात की और साथ में अपने दामादा अमित को भी मिला लिया.
फिर सबने मिलकर अंशुल की हत्या की 35 हजार रुपये की सुपारी दे दी. इसके बाद 18 जून को भाड़े के हत्यारों ने अंशुल की गला रेत के हत्या कर दी. पुलिस ने जब महिला और पुजारी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. इसके बाद पुलिस ने अमित और उसके दो साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया.