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Ghaziabad: सिर तन से जुदा करने वाली धमकी निकली फर्जी, अपने ही बुने जाल में फंसा डॉक्टर

गाजियाबाद में पब्लिसिटी पाने के लिए साजिश रचने वाला डॉक्टर अपने ही बुने जाल में फंस गया. उसका कहना था कि धर्म का काम करने के चलते उसे धमकी मिली कि ये काम बंद कर दो, वरना तुम्हारा सिर काट दिया जाएगा. पुलिस ने मामले की जांच की तो डॉक्टर की शर्मनाक हरकत सामने आई. डॉक्टर के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर रही है.

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डॉक्टर अरविंद वत्स अकेला
डॉक्टर अरविंद वत्स अकेला

पब्लिसिटी पाने के लिए गाजियाबाद में एक डॉक्टर ने शर्मनाक हरकत की. डॉक्टर का कहना था कि लोगों की सेवा करने के चलते उसे धमकी दी गई. धमकी देने वाले ने वाट्सऐप पर कहा "गुस्ताख-ए-नबी की एक सजा, सिर तन से जुदा सिर तन से जुदा". डॉक्टर की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. जिसका खुलासा होने पर डॉक्टर की पोल खुली. मामला थाना सिहानी गेट क्षेत्र का है. यहां पिछले 24 साल से डॉक्टर अरविंद वत्स अकेला प्रैक्टिस कर रहा है.

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डॉक्टर के मुताबिक, एक सितंबर को अनजान शख्स ने उसे वाट्सऐप पर कॉल की. जिसे वह नहीं उठा पाया. फिर मैंने कॉल बैक की तो बात नहीं हो सकी. इसके बाद दो सितंबर को एक बार फिर कॉल आई. इस दौरान करीब पांच मिनट बात हुई. इसके ठीक बाद उसी नंबर से दूसरी कॉल आई और 21 सेकंड बात हुई.

डॉक्टर का दावा है कि इस दौरान कॉल करने वाले ने कहा, "हिंदू संगठन के लिए काम करना बंद कर दो. नहीं तो गुस्ताख-ए-नबी की एक सजा, सिर तन से जुदा सिर तन से जुदा" धमकी देने वाले ने अपना नाम स्टीवन ग्रांड बताया, उसके वाट्सऐप की प्रोफाइल फोटो नकाबपोश की थी.

खुद की रची इस साजिश के बाद डॉक्टर ने सबसे पहले एक परिचित मरीज को बताया कि उसे जान से मारने की धमकी मिली है. डॉक्टर के मुताबिक, वो अपने माता-पिता के नाम से धर्मार्थ क्लीनिक चलाता है. जिसमें एक दिन की दवा भी मुफ्त देता है. डॉक्टर अरविंद कई हिंदू संगठनों से जुड़ा है. इसमे यति नरसिम्हा नंद का संगठन भी है. डॉक्टर अरविंद वत्स अकेला इस संगठन का बिहार और यूपी का प्रभारी है.

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शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. जैसे-जैसे मामले की परतें खुलती गईं, डॉक्टर अरविंद अपने ही बुने जाल में फंसता गया. इस घटना का साइबर सेल, एसओजी एसपी सिटी और थाना सिहानी गेट पुलिस ने खुलासा किया. पुलिस का कहना है कि डॉक्टर द्वारा लोकप्रियता हासिल करने के लिए यह साजिश रची गई थी. फर्जी सूचना देने वाले डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.

 

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