दिल्ली से सटे गाजियाबाद के शिप्रा सन सिटी में एक छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों मैं मौत का मामला सामने आया है. फोर्टिस अस्पताल ने छात्रा की मौत की सूचना पुलिस को दी. अस्पताल का कहना है कि छात्रा को उसके दोस्तों ने ही वहां पहुंचाया था. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पुलिस के मुताबिक, मृत छात्रा का नाम शुभी था और उसकी उम्र 23 साल थी. वह नोएडा में ही स्थित JP कॉलेज से बीटेक बायोटेक की पढ़ाई कर रही थी. शुभी गाजियाबाद के पॉश इलाके इंदिरापुरम की शिप्रा सोसायटी में अपने एक सहेली के साथ PG में रहती थी.
जानकारी के मुताबिक, शुभी की सहेली के पिता की तबीयत शनिवार को अचानक बिगड़ गई. पिता की तबीयत खराब होने की सूचना पाकर उसकी सहेली
दिल्ली स्थित अपने घर चली गई और शुभी PG में अकेली रह गई.
शुभी के एक दोस्त उत्कर्ष ने बताया कि उसके पास दोनों के कॉमन फ्रैंड का फोन आया था कि शुभी घायल हो गई है. उत्कर्ष जब शुभी के फ्लैट पर पहुंचा
तो उसका कमरा अंदर से बंद मिला. उसने कुछ लोगों को बुलाया और जब फ्लैट का दरवाजा खोला गया तो शुभी छत से लटकी मिली .
शुभी के दोस्तों की मानें तो उसने फांसी लगाकर खुशकुशी कर ली. अपने कमरे की छत से लटकी मिली शुभी को फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन उसे कई सवालों के जवाब तलाशने हैं.
पुलिस ने बताया कि शुभी के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. अब तक यह भी पता नहीं चल सका है शुभी ने ऐसा क्यों किया. पुलिस द्वारा सूचना मिलने के बाद शुभी के परिजन भी पहुंच चुके हैं. पुलिस ने शुभी के फ्लैट की छानबीन कर तफ्तीश शुरू कर दी है.
पुलिस ने बताया कि मामले में दो ऐसे सवाल हैं, जो शक की सुई उसके दोस्तों की ओर मोड़ते हैं. पहला सवाल यह है कि उसके दोस्तों ने शुभी की मौत की सूचना पुलिस को क्यों नहीं दी. और दूसरा सवाल है कि कॉमन फ्रैंड अंशुमान ने उत्कर्ष को फोन कर शुभी के सिर पर चोट लगने की बात क्यों कही.