गाजियाबाद के कविनगर थाना इलाके में पार्षद के निजी गनर को गोली लगने से मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक गनर को गोली लगने के बाद आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
सूचना के आधार पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और जांच में जुट गई. शुरुआती जांच में पता चला कि पार्षद का एक सरकारी गनर था जबकि दो निजी गनर थे. तीनों एक साथ थे.इस दौरान सरकारी गनर की कार्बाइन (गन) से एक निजी गनर द्वारा छेड़छाड़ की जा रही थी. इसी दौरान अचानक गोली चली और एक निजी गनर को गोली लगी जिससे उसकी मौत हो गई.
गाजियाबाद के बम्हेटा गांव में रहने वाले पार्षद वेदू उर्फ वेदपाल यादव के तीन गनर थे, जिसमें एक सरकारी और दो निजी गनर थे. ये तीनों गनर उनके आवास पर ही बने अलग एक कमरे में रहते थे.
हादसे के बाद पूछताछ के दौरान सरकारी गनर अजय ने बताया कि एक निजी गनर पंकज उर्फ धांसू द्वारा सरकारी कार्बाइन से छेड़छाड़ की जा रही थी. तभी अचानक गोली चल गई और सामने दूसरे निजी गनर पंकज को गोली लग गई.
जैसे ही गोली की आवाज आसपास के लोगों ने सुनी तो लोग मौके पर दौड़े और आनन-फानन में लहूलुहान हालत में पंकज को अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल पहुंचते ही उसने दम तोड़ दिया.
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उधर मृतक गनर के परिजनों का आरोप है कि यह हादसा नहीं हत्या है. गनर ने परिवार को बताया था कि पार्षद के साथ रहने वाले बाउंसर उसे परेशान करते हैं. इस कारण से वह घर भी लौटना चाह रहा था.
लेकिन पार्षद ने उसे आगे से किसी बाउंसर द्वारा परेशान न करने के आश्वासन के बाद मृतक को वहीं रोक लिया था. परिवार का आरोप है कि साजिशन उसकी हत्या की गई है.ये भी पढ़ें: निर्भया के दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी करने वाले जज का ट्रांसफर
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए गाजियाबाद के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि गांव बम्हेटा में रहने वाले पार्षद वेदू उर्फ वेदपाल के निजी गनर को गोली लगी थी. जिसके बाद उसकी मौत हो गई.
शुरुआती जांच में पता चला है कि एक सरकारी गनर की कार्बाइन के साथ निजी गनर द्वारा छेड़छाड़ की जा रही थी. इसी दौरान गोली चली जिसके बाद यह हादसा हुआ.